बुखार होना sentence in Hindi
pronunciation: [ bukhaar honaa ]
"बुखार होना" meaning in English
Examples
- निमोनिया के लक्षण बुखार होना सांस लेने में दिक्कत कमजोरी महसूस होना सांस लेते समय छाती से आवाज निकलना बोलते समय सीटी की आवाज निकलना छाती का अंदर जाना बार बार प्यास लगना उपाय हर समय शरीर पर गर्म कपड़ा रख संक्रमण वाले व्यक्ति के पास नहीं बैठें स्वस्छ पानी पिएं
- 4-5 दिनों में डेंगू के लक्षण दिखने लगते हैं, 104-105 डिग्री तक तेज बुखार होना, शरीर पर लाल रंग के दाने उभरना, तेज सिरदर्द होना और बुखार के दौरान सांस लेने में तकलीफ होने का मतलब है कि आपको डेंगू के मच्छर ने काटा है।
- चाय-कॉफी का अधिक सेवन करना, विषम ज्वर (मलेरिया) के बाद, शोक या किसी प्रकार के तनाव का बना रहना, भय, बहुत लालच करना, गुस्सा व तेज गंध, छाती की जलन, पेट साफ न रहना यानी कब्ज होना, बुखार होना, लीवर तथा आमाशय की खराबी आदि।
- शरीर अधिक गर्म लगना या रक्त की अधिकता होना, पैर ठण्डे होना, सिर में दर्द होना, कराहना, तेज बुखार होना, चेहरा तमतमाया हुआ लगना, रोना-धोना और चिल्लाना, जीभ का रंग लाल होना, पेट फूलना आदि लक्षण होने पर रोग को ठीक करने के लिए बलेडोना औषधि की 3 शक्ति से उपचार करें।
- पुराना मलेरिया बुखार होना तथा बुखार सुबह के आठ बजे शुरू होता है और ठंड का मौसम शुरू होने से पहले पित्त की उल्टी होना, ठंड की अवस्था में तेज प्यास लगना और पसीना आने पर रोग के लक्षणों में वृद्धि होना, बुखार आने की अवस्था में रोगी को खट्टा खाने का मन करता है जिसके कारण उसके होंठों पर घाव होना।
- मलेरिया होने के साथ ही ठंड लगना, कंपकंपी होना तथा तेज और बहुत देर तक कंपकंपी बना रहना, दिन-रात ठंड महसूस होना, शरीर से पसीना बिल्कुल भी न आना, पानी में भीगने पर या गीली जगह में रहने के कारण बुखार होना आदि लक्षण होने पर चिकित्सा करने के लिए ऐरानिया औषधि की 6 शक्ति का उपयोग प्रभावकारी होता है।
- मलेरिया रोग से पीड़ित रोगी में इस प्रकार के लक्षण हों जैसे-मस्तिष्क में खून जमा होना, बहुत कम पसीना आना या बिल्कुल ही पसीना न होना, ठंड लगने के साथ ही पूरे शरीर में कंपकंपी होना और बुखार होना, यह बुखार रोज ठीक हो जाता है और एक ही समय में बुखार शुरू होता है, कमर के नीचे के भाग में बुखार बना रहता है।
- -टॉन्सिल्स का बढ़ना और सूज जाना-गले के बाहर भी सूजन-सूजन के साथ-साथ गले में दर्द-कुछ भी खाने-पीने और निगलने में दिक्कत-टॉन्सिल्स और गले का लाल होना-तेज बुखार होना-थकान होना-कान में दर्द-आवाज में बदलाव और भारीपन आना नोट: बच्चों और बड़े, दोनों में टॉन्सिलाइटिस के लक्षण एक जैसे ही होते हैं।
- शरीर के कई अंगों पर लकवे का प्रभाव होना, होठों को बंद करने में दिक्कत महसूस होना, मसूढ़ों से खून निकलना, एपिसटेक्सिस, टॉन्सिलाइटिस, निरंतर बुखार होना, आंखों के आगे काले धब्बे हो जाना, आंख से कम दिखाई देना, सिर में दर्द होना, माइग्रेन (आधे सिर में दर्द होना), कान का बजना, अफोनिया, अनिद्रा, नर्वस ब्रेकडाउन तथा रात के समय में पसीना अधिक आना।