बाहर निकल आना sentence in Hindi
pronunciation: [ baaher nikel aanaa ]
"बाहर निकल आना" meaning in English
Examples
- संसद के भीतर की नारेबाजी, वहां का काम छोड़कर बाहर निकल आना हम बहुत बड़ी गैरजिम्मेदारी मानते हैं और एनडीए के गैर भाजपा सांसदों को भी भाजपा के इस निहायत गैरजरूरी हमलावर तेवर पर काबू करने की सलाह देते हैं।
- अच् छे रुमानी भले लोगों का इंटरवल तक किसी बुरे वक़्त के दलदल में उलझ जाना, मगर फिर अंत तक अच् छे कमल-दल की तरह कीचड़ से बाहर निकल आना के झूठे सपने बेचने की ही हिंदी सिनेमा खाता है.
- अपरद को प्लेट से हटाने का दूसरा तरीका प्लेट के नक्काशी किये गए हिस्से को नीचे एसिड के अंदर प्लास्टिसिन गेंदों या पत्थर पर रखना है हालांकि इस तकनीक की एक कमी बुलबुलों का बाहर निकल आना और उन्हें तत्काल हटा पाने में अक्षम होना है.
- अपरद को प्लेट से हटाने का दूसरा तरीका प्लेट के नक्काशी किये गए हिस्से को नीचे एसिड के अंदर प्लास्टिसिन गेंदों या पत्थर पर रखना है हालांकि इस तकनीक की एक कमी बुलबुलों का बाहर निकल आना और उन्हें तत्काल हटा पाने में अक्षम होना है.
- इसी काशी नगरी में भोले के मंदिर में किसी पर्व पर दर्शन तो मारामारी करके किसी तरह से भक्त कर लेते थे मगर अपने आराध्य के भजन-कीर्तन में शामिल होना या वहां ध्यान लगाने की ईच्छा मन में लिए ही भीड़ से किसी तरह बाहर निकल आना पड़ता था।
- मगर उन लोगों ने पिंजरे में बंद बाघिन को वैसी सुविधाएं नहीं दी जिससे उसका मन पिंजरे में लगा रहे (वैसे किसका मन पिंजरे में लगता है, आजादी किसको प्यारी नहीं होती), तो उस बाघिन का बाहर निकल आना तो इसी बात पर निर्भर था कि वह कब पिंजरे को तोड़ पाती है.
- मगर उन लोगों ने पिंजरे में बंद बाघिन को वैसी सुविधाएं नहीं दी जिससे उसका मन पिंजरे में लगा रहे (वैसे किसका मन पिंजरे में लगता है, आजादी किसको प्यारी नहीं होती), तो उस बाघिन का बाहर निकल आना तो इसी बात पर निर्भर था कि वह कब पिंजरे को तोड़ पाती है.
- हमें ईशवर प्राप्ति तब होगी जब हम वैराग्य को प्राप्त कर लेंगें (वैराग्य का मतलब कुछ छोड़ना नहीं है, बुद्धि का आसक्ति, राग द्वेष के दलदल से बाहर निकल आना है) ज़ब तक फलों के आकर्षण से सम्मोहित होकर लिप्त होकर हम कर्म करते रहेंगे, वैराग्य नहीं मिलेगा।
- मगर उन लोगों ने पिंजरे में बंद बाघिन को वैसी सुविधाएं नहीं दी जिससे उसका मन पिंजरे में लगा रहे (वैसे किसका मन पिंजरे में लगता है, आजादी किसको प्यारी नहीं होती), तो उस बाघिन का बाहर निकल आना तो इसी बात पर निर्भर था कि वह कब पिंजरे को तोड़ पाती है.
- NavBharat Times, 11 April 2004: अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश किस बुरी तरह फंस गए हैं | एराक में अमेरिका का जमे रहना जितना कठिन है, उससे भी ज्यादा पेचीदा हो गया है, उसमें से उसका बाहर निकल आना | बुश चार साल पहले जब राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहे थे तो उनके भौंदूपन के अनेक किस्से [...]