बाँसुरी वादक sentence in Hindi
pronunciation: [ baanesuri vaadek ]
"बाँसुरी वादक" meaning in English "बाँसुरी वादक" meaning in Hindi
Examples
- बलजिंदर सिंह मेरे शहर के जाने माने बाँसुरी वादक हैं. हम प्यार से उन्हें बल्लू भाई कहते हैं.कंस्ट्रक्शन का लम्बा चौड़ा कारोबार है बल्लू भाई का लेकिन दिल रमता है संगीत में.बाँसुरी बजाते हैं और क्या ख़ूब बजाते हैं.किसी भी आयोजनों में कितनी चमक दमक हो लेकिन
- पढ़ते समय तो उस बाँसुरी वादक की याद आई, जिसे गाँव भर के चूहों का सफाया कर देने का मेहनताना जब नहीं मिला तो उसके पास यही उपाय बचा था कि एक बार फिर अपनी बाँसुरी बजाए और गाँव के सारे बच्चे इसके पीछे-पीछे चल पड़ें।
- ' पढ़ते समय तो उस बाँसुरी वादक की याद आई, जिसे गाँव भर के चूहों का सफाया कर देने का मेहनताना जब नहीं मिला तो उसके पास यही उपाय बचा था कि एक बार फिर अपनी बाँसुरी बजाए और गाँव के सारे बच्चे इसके पीछे-पीछे चल पड़ें।
- ' जिंदा हूँ इस तरह के गमे जिंदगी नहीं.... ' और ' देख चाँद की ओर मुसाफि र.... ' गानों में उनका बाँसुरी वादन तथा शहनाई वादन इतना अधिक पसंद किया गया कि वे एक प्रकार से बाँसुरी वादक तथा शहनाई वादक के रूप में ही जाने जाने लगे।
- बैरागी जी, पंडित जसराज नहीं शायद बाँसुरी वादक चौरसिया जी ने लड़कियों के बारे में यह कहा है … एक बार कन्फ़र्म कर लें … बहरहाल, हम भी एकमात्र पुत्र के पिता हैं और भारत की भलाई के बारे में सोचते हुए चाहकर भी दूसरा चांस नहीं लिया … इसलिये हम भी “ भाटा-फ़ेंक ” हुए …:):)
- प्रसिद्ध बाँसुरी वादक रोनू मजूमदार ने कहा कि मैंने अपने होश संभालने के बाद जितने भी घोटालेबाजों के बारे में पढ़ा है, उनमें से किसी को भी अभी तक सजा नहीं हुई और मुझे नहीं पता मेरे जीवित रहने तक किसी को सजा होगी भी या नहीं? यह काम हम सभी को करना चाहिए था लेकिन उसे अण्णा हजारे अकेले कर रहे हैं।
- इस गीत का असर कैसा रहा होगा, इसका अंदाज़ा हम इस बात से लगा सकते हैं कि लता मंगेशकर ने अपनी ‘ श्रद्धांजलि ' एल्बम में पारुल घोष को श्रद्धांजलि स्वरूप उनके इसी गीत को गाया था और पारुल घोष को याद करते हुए लता जी ने कहा था, “ पारुल घोष, जानेमाने संगीतकार अनिल बिस्वास जी की बहन, और प्रसिद्ध बाँसुरी वादक पण्डित पन्नालाल घोष की पत्नी थीं।
- बाँसुरी के जादूगर से सुनिये-जादूगर सैया छोड़ो मोरी बैंया बलजिंदर सिंह मेरे शहर के जाने माने बाँसुरी वादक हैं. हम प्यार से उन्हें बल्लू भाई कहते हैं.कंस्ट्रक्शन का लम्बा चौड़ा कारोबार है बल्लू भाई का लेकिन दिल रमता है संगीत में.बाँसुरी बजाते हैं और क्या ख़ूब बजाते हैं.किसी भी आयोजनों में कितनी चमक दमक हो लेकिन यदि वहाँ बल्लू भाई की बाँसुरी की आवाज़ सुनाई दे रही हो तो समझ लीजिये समाँ कुछ और ही हो जाता है.
- सुषिर वाद्यों ; शहनाई, बाँसुरी, क्लेरेनेट आदि पर कजरी की धुनों का वादन अत्यन्त मधुर अनुभूति देता है | “ भारतरत्न ” सम्मान से अलंकृत उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ की शहनाई पर तो “ कजरी ” और अधिक मीठी हो जाती थी | यही नहीं मीरजापुर की सुप्रसिद्ध कजरी गायिका उर्मिला श्रीवास्तव आज भी अपने कार्यक्रम में क्लेरेनेट की संगति अवश्य करातीं हैं | आइए अब हम आपको सुषिर वाद्य बाँसुरी पर कजरी धुन सुनवाते हैं, जिसे सुप्रसिद्ध बाँसुरी वादक पण्डित पन्नालाल घोष ने प्रस्तुत किया है-