फिन्स sentence in Hindi
pronunciation: [ fines ]
Examples
- इस विषय को आगे बढ़ाने के लिए श्री इन्द्रेश जी की प्रेरणा से देश की चिन्ता करने वाले कुछ वरिष्ठ विचारकों तथा विशेषज्ञों ने फिन्स (थ्वतनउ वित प्दजमहतंजमक छंजपवदंस म्मबनतपजल) संस्था का गठन किया और उस संस्था ने देश के प्रमुख नगरों में बहुत ही सफल संगोष्ठियाँ आयोजित की, जिसमें गतवर्ष हरिद्वार में हुई तीन दिवसीय संगोष्ठी को अद्भुत सफलता प्राप्त हुई ।
- अन्य उपकरणों पैड शामिल हैं एक पट्टा (गिरने के बाद बोर्ड को बहने से बचाने के लिए और अन्य सर्फर से टक्कर को रोकने के लिए), सर्फ़ वाक्स, ट्रेक्शन पैड्स (बोर्ड के डेक से सर्फर के पैरों को फिसलने से बचाने के लिए) और फिन्स (जिसे स्केग्स के नाम से भी जाना जाता है), जिन्हें स्थायी रूप से लगाया जाता है (ग्लास्ड-ऑन) या जो अन्तर्निमेय होते हैं.
- अन्य उपकरणों पैड शामिल हैं एक पट्टा (गिरने के बाद बोर्ड को बहने से बचाने के लिए और अन्य लहरबाज़ से टक्कर को रोकने के लिए), सर्फ़ वाक्स, ट्रेक्शन पैड्स (बोर्ड के डेक से लहरबाज़ के पैरों को फिसलने से बचाने के लिए) और फिन्स (जिसे स्केग्स के नाम से भी जाना जाता है), जिन्हें स्थायी रूप से लगाया जाता है (ग्लास्ड-ऑन) या जो अन्तर्निमेय होते हैं.
- जीव्हा टालु को लगाके दोनो जबडे बन्द करके लेना, और उस छोटी सी जगह से हवा को अन्दर खिचना है|और मुँह बन्द करके से सांस को नाक से बाहर छोड दे| जैसे ए• सी• के फिन्स होते है,उससे ए• सी• के काँम्प्रेसर पर कम दबाव आता है, और गरम हवा बाहर फेकने से हमरी कक्षा की हवा ठंडी हो जाती है| वैसे ही हमे हमारे शरीर की अतिरीक्त गर्मी कम कर सकते है|
- साइंसदान यह मानते आयें हैं, मछलियों में “पेक्टोरल फिन्स ”और मनुष्यों में “फोर्लिम्ब्स ”आर्म्स एंड हैंड्स का विकाश यकसां न्युरोंस (नर्व सेल्स,दिमागी कोशाओं)से ही हुआ है..बोथ रिसीव्द नर्व्ज़(इन्नेर्वतिद,इनर-वेटिद)फ्रॉम दी सेम न्युरोंस.यही वजह है आज दोनों ही, आदमियों में आर्म्स (बाजू)और मतस्यों में फिन्स शरीर की एक ही जगह पर दिखलाई देतें हैं.विकसित हुएँ हैं एक ही जगह पर.लेकिन यह आभासी है.वास्तव में ऐसा है नहीं ।
- साइंसदान यह मानते आयें हैं, मछलियों में “पेक्टोरल फिन्स ”और मनुष्यों में “फोर्लिम्ब्स ”आर्म्स एंड हैंड्स का विकाश यकसां न्युरोंस (नर्व सेल्स,दिमागी कोशाओं)से ही हुआ है..बोथ रिसीव्द नर्व्ज़(इन्नेर्वतिद,इनर-वेटिद)फ्रॉम दी सेम न्युरोंस.यही वजह है आज दोनों ही, आदमियों में आर्म्स (बाजू)और मतस्यों में फिन्स शरीर की एक ही जगह पर दिखलाई देतें हैं.विकसित हुएँ हैं एक ही जगह पर.लेकिन यह आभासी है.वास्तव में ऐसा है नहीं ।
- जीव्हा टालु को लगाके दोनो जबडे बन्द करके लेना, और उस छोटी सी जगह से हवा को अन्दर खिचना है | और मुँह बन्द करके से सांस को नाक से बाहर छोड दे | जैसे ए • सी • के फिन्स होते है, उससे ए • सी • के काँम्प्रेसर पर कम दबाव आता है, और गरम हवा बाहर फेकने से हमरी कक्षा की हवा ठंडी हो जाती है | वैसे ही हमे हमारे शरीर की अतिरीक्त गर्मी कम कर सकते है |
- वहां भोजन के पश्चात ग्राम वसियों को रक्षा सूत्र बांधे व उन्हें फिन्स की व इस कार्यक्रम की जानकारी दे उनसे उनकी समस्याएं पूछी तो जान कर आश्चर्य हुआ कि इस ग्राम में दो माह पूर्व बिजली का ट्रांसफार्मर ख़राब को गया था जो आज तक भी बदला नहीं गया व यह ग्राम दो माह से अँधेरे में ही है, और आश्चर्य तो यह जान कर हुआ कि यह ग्राम सीमा से मात्र 1.5 कि. मी. दूर है मतलब मात्र 1.5 कि मी दूर बांग्लादेश है और ऐसे स्थान पर बिजली तक नहीं!!