पुरुषसूक्त sentence in Hindi
pronunciation: [ purusesuket ]
Examples
- अन्य जोराष्ट्रियन ग्रन्थ डेनकार्ड (जो कालांतर में लिखा गया) में चार वर्णों के जन्म का उल्लेख हैं भी आश्चर्यजनक रूप से वैदिक पुरुषसूक्त का अनुवाद ही प्रतीत होता हैं (पुस्तक ४-ऋचा १ ० ४) ।
- कुछ विद्वान कहते हैं कि हमें सभी प्रश्नों के सर्वमान्य उत्तर नहीं मिलेंगे! यह कथन एक तरह से ऋग्वेद के उपरोक्त पुरुषसूक्त (10 / 7 / 90) के कथन को ही स्वीकार-सा करता लगता है।
- दीर्घतमा मामतेय जैसे कुछ महाकवियों के ‘ अस्य वामीय ' सरीखे कुछ सूक्तों में उसका विकास भी हो रहा था, पर जिसका वास्तविक विकास, वेदों के सन्दर्भ में, पांच हजार साल पहले हुए कृष्ण के समय के आसपास हुआ, जब पुरुषसूक्त, कालसूक्त, हिरण्यगर्भसूक्त, सृष्टिसूक्त जैसे विशिष्ट दार्शनिक सूक्तों की रचना हुई।
- अगर इस आस्था की प्राचीनता के बेबुनियाद दावों को हम स्वीकार कर भी लें, तो इस सवाल से तो नहीं बचा जा सकता कि क्या हमारी न्यायिक प्रक्रिया ऐसी आस्थाओं से संचालित होगी या संवैधानिक उसूलों से? तब फिर उस हिंदू आस्था के साथ क्या सलूक करेंगे जिसका आदिस्रोत ऋग्वेद का ‘ पुरुषसूक्त ' है और जिसके अनुसार ऊंच-नीच के संबंध में बंधे अलग-अलग वर्ण ब्रह्मा के अलग-अलग अंगों से निकले हैं और इसीलिए उनकी पारम्परिक ग़ैरबराबरी जायज़ है?