निवृत्त होना sentence in Hindi
pronunciation: [ niveritet honaa ]
"निवृत्त होना" meaning in English
Examples
- यानी कि तड़के जगना, गांव बाहर जाकर दिशा मैदान से निवृत्त होना, लौटकर किसी पड़ोसी के घर चाय का सरूटा भरना और फिर चने की पोटली लेकर क्षेत्र में निकल जाना ।
- मान लीजिये किसी विषय, वस्तु या व्यक्ति को लेकर हमारे अंदर तनाव है और हम उससे निवृत्त होना चाहते हैं तो धारणा, ध्यान, और समाधि की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
- [2] इसका समापन मेहेम में एक मैच में हुआ, जो गोल्डबर्ग जीत गए.[2] उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्विता जारी रखी और स्टारकेड पर एक रीमैच में लड़े, जो अगर गोल्डबर्ग हार जाते तो उन्हें सेवा निवृत्त होना पड़ता.
- यह इस बात का पक्का सबूत था कि वह जन्मजात चमचा है और नकली बघीरे की आवाज को असली समझ बैठा है और हर दिन किसी खास अभिनय शैली के तहत निवृत्त होना उसका शगल हो चुका है।
- हमें बताया गया था कि कॉन्फ्रेस में देरी से पहुंचे तो किसी भी रूप में दण्डित किए जा सकते हो! थ्री स्टार होटल के कमरे में चाय और अखबार के बिना दैनिक क्रिया से निवृत्त होना मुश्किल लग रहा था।
- हां सुंदरता में मां से बढ़कर है उसकी विवाह की उम्र है, वह जल्द से जल्द उसका विवाह कर के एक बड़े कर्तव्य से निवृत्त होना चाहता है परंतु क्या करें मुन् नी के लिए कोई अच्छा लड़का मिलता ही नहीं.
- उनमें से एक मजदूर ने बताया कि पहले गाँव के बड़के लोग उन्हें अपने खेतों में शौच करने से मना करते थे, इसलिये उन्हें अपने घर के पास एक खुला गढ्ढा करके निवृत्त होना पड़ता था, जिसकी सफ़ाई के लिये वे मासिक 20-50 रुपये खर्च करते थे, ओर अपमानजनक भी था।
- (क) क्या केंद्रीय विद्यालय संगठन में पुस्तकालयाध्यक्षों और विभिन्न वर्गों के शिक्षकों को पदोन्नति के कोई अवसर प्राप्त नहीं हैं और उन्हें उसी पद से, जिस पर आरम्भ में उनकी नियुक्ति हुई थी, सेवा निवृत्त होना पड़ता है और इसके परिणामस्वरूप उन्हें बेहतर कार्य-निष्पादन के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं रह जाता है;
- ऐसा जानकर तू शास्त्र विधि के अतंर्गत नियत कर्म को ही करने योग्य है-जिन लोगों को अपने प्राणों से मोह होता है वे किसमें प्रवृत्त होना है तथा किससे निवृत्त होना है यह नहीं जानते जिस कारण वे विशेष रूप से आसुरी सम्पदा की ओर प्रवृत्त होते हैं, इसलिए उनको सिद्धि प्राप्ति नहीं होती ।
- ऐसा जानकर तू शास्त्र विधि के अतंर्गत नियत कर्म को ही करने योग्य है-जिन लोगों को अपने प्राणों से मोह होता है वे किसमें प्रवृत्त होना है तथा किससे निवृत्त होना है यह नहीं जानते जिस कारण वे विशेष रूप से आसुरी सम्पदा की ओर प्रवृत्त होते हैं, इसलिए उनको सिद्धि प्राप्ति नहीं होती ।