नागकन्या sentence in Hindi
pronunciation: [ naagakenyaa ]
"नागकन्या" meaning in Hindi
Examples
- पाताल लोक, जो पानी के नीचे था, वहाँ की नागकन्या अपने स्वयंवर में सारे देवताओं को छोड़ जम्बू द्वीप के नांगा बैगा से विवाह करने की निश्चय करती है, उसके गले में वह वरमाला भी डाल देती है, पर नांगा बैगा तो साधू ठहरे।
- आज तक आपने इच्छाधारी नागिन या नागकन्या का रूप फिल्मों में ही देखा होगा, परंतु आज हम आपको ऐसी इच्छाधारी नागिन से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो अपने नाग पति को पाने के लिए इस मृत्युलोक में साधना कर रही है।
- इच्छाधारी नागिन: आज तक आपने इच्छाधारी नागिन या नागकन्या का रूप फिल्मों में ही देखा होगा, परंतु आज हम आपको ऐसी इच्छाधारी नागिन से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो अपने नाग पति को पाने के लिए इस मृत्युलोक में साधना कर रही है।
- -वेबदुनिया डेस् क आज तक आपने इच्छाधारी नागिन या नागकन्या का रूप फिल्मों में ही देखा होगा, परंतु आज हम आपको ऐसी इच्छाधारी नागिन से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो अपने नाग पति को पाने के लिए इस मृत्युलोक में साधना कर रही है।
- आकाश यानी सपने में रहने वाली वो और ज़मीन यानि निरा हकीकत में जीने वाला मैं (पाताल नहीं, क्योंकि कई किम्वदंतियां पाताल से जुड़े हुए हैं जैसे, वहां बहुत सोना है, शेषनाग है, नागकन्या है आदि), हमारे बीच एक कई लोग हैं..
- प्रश्न यह भी उठता है कि क्या नाग और गोंड भी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं? संभवत: महाभारत की एक कथा इसका कोई उत्तर दे सके जिसके अनुसार दुर्योधन के एक भाई कर्ण नें मध्यप्रदेश की पचमढी के निकट किसी नागकन्या के प्रति आसक्त हो कर उससे विवाह कर लिया।
- फोटो गैलरी देखने के लिए यहाँ क्लिक करें-स्वयं नागकन्या होने का दावा करने वाली माया का कहना है कि वह हर 24 घंटे में हवन के दौरान नागिन का रूप धारण कर अपनी तीन बहनों से मिलने जाती है जो उसे अपने नाग पति को पाने के लिए किस तरह साधना की जाए, यह निर्देश देती हैं।
- वनवास में तीर्थ यात्रा करते समय मध्य देश में उसको नागकन्या उलूपी प्राप्त हो गई | उसके साथ सहवास करके उसने एक पुत्र उत्पन्न किया था | जिसका नाम बभ्रुवाहन था | यह बालक अभिमन्यु की तरह ही महापराक्रमी था | अपने पिता अर्जन को न पहचानकर जब उसने उसी से युद्ध किया था, तब एक बार तो अपने पराक्रम से अर्जुन को भी मूर्च्छित करके उसे युद्धस्थल पर पटक दिया था |
- कामदेव को कहने का ना मौका मिले कि समय कम था या कामोद्यीपन का कोई सामान कम था जैसा प्रभु ने समझाया था वैसा ही वातावरण वहाँ पाया था ब्रज क्षेत्र तो छोटा पड़ता इसलिए योगमाया ने दिव्य वृन्दावन बनाया था क्योंकि ५ ६ करोड़ तो यादवों की स्त्रियाँ ही थीं इनके अलावा वेदों की ऋचाओं ने भी शरीर धारण किया ऋषि रूपा, गन्धर्व रूपा, देवताओं की पत्नियाँ नागकन्या आदि सभी इस रात्रि की बाट जोह रही थीं जन्म जन्मान्तरों की चाह पूरी करने को आतुर थीं