नंदन निलेकणी sentence in Hindi
pronunciation: [ nenden nilekeni ]
Examples
- वर्तमान में यू. आई.डी.ए.आई. के पास अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कुल 383 स्वीकृत पद हैं।मुख्यालय संगठनः यू.आई.डी.ए.आई. का मुख्यालय, अध्यक्ष, श्री नंदन निलेकणी एवं महानिदेशक एवं अभियान निदेशक, आर. एस. शर्मा के साथ नई दिल्ली में स्थापित है।
- यह बात कही है सारे देशवासियों को अलग पहचान देने के काम में लगी संस्था यूआईडीएआई (यूनीक आइडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के प्रमुख नंदन निलेकणी की अध्यक्षता में बने कार्यदल ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में।
- ऊपर यू. आई.डी.ए.आई. मुख्यालय अध्यक्ष वर्तमान में श्री नंदन निलेकणी केबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) के अध्यक्ष हैं, जिनका उद्देश्य भारत के सभी निवासियों को विशिष्ट पहचान संख्या उपलब्ध कराना है।
- यहां एक समस्या यह है कि बायोमैट्रिक डाटा कलेक्शन करने के लिए यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी (जिसके मुखिया नंदन निलेकणी हैं, जिन्हें सरकार ने कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा दिया है) को पांच साल का समय दिया गया है।
- आईटी कंपनी इन्फोसिस ने कहा है कि उसके एक सह संस्थापक नंदन निलेकणी की पत्नी रोहिणी निलेकणी ने कंपनी में अपने 5. 77 लाख शेयर बेचकर लगभग 163.58 करोड़ रुपये जुटाए हैं। निलेकणी ने यह राशि परोपकार कार्य के लिए जुटाई है।
- आईटी कंपनी इन्फोसिस ने कहा है कि उसके एक सह संस्थापक नंदन निलेकणी की पत्नी रोहिणी निलेकणी ने कंपनी में अपने 5. 77 लाख शेयर बेचकर लगभग 163.58 करोड़ रुपये जुटाए हैं। निलेकणी ने यह राशि परोपकार कार्य के लिए जुटाई है।
- आधार नम्बर का एक कार्ड विशिष्ट पहचान देने के साथ अनेक सुविधायें देगा भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री नंदन निलेकणी ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, श्रम आदि की अनेक बेहतरीन योजनायें हैं।
- सौ दिन का एजेंडा बनाने से लेकर शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करने तक और खाद्य एवं स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे कायर्क्रमों की तैयारी से लेकर नंदन निलेकणी को महत्वपूर्ण राष्ट्रीय दाियत्व सौंपने का जोखिम लेकर उन्होंने परिणाम देने की उसी आतुरता का संकेत दिया है जिसकी उम्मीद एक ख्यातनाम अर्थशास्त्री और पेशेवर रुख वाले प्रधानमंत्री के रूप में उनसे की जा सकती है।
- दिल्ली के पास बसे धारावीनुमा खोड़ा पर प्रोग्राम देखने के बाद उत्तर प्रदेश जैसी सरकार 300 करोड़ का पैकेज दे देती है, खोड़ा के लोग लाइन लगाकर रवीश कुमार का सम्मान करते हैं, पहाड़गंज का प्रोगाम महेश भट्ट मुंबई में मंगवाकर देखते हैं, एक रुपया रोज़ में काम करने वालों की कहानी मोंटेक सिंह आहलुवालिया के दफ्तर में देखी जाती है, और सबके लिये यूनिक आई कार्ड बनाने वाली अथार्टी के मुखिया नंदन निलेकणी किसी से कहलवाते हैं...
- दिल्ली के पास बसे धारावीनुमा खोड़ा पर प्रोग्राम देखने के बाद उत्तर प्रदेश जैसी सरकार 300 करोड़ का पैकेज दे देती है, खोड़ा के लोग लाइन लगाकर रवीश कुमार का सम्मान करते हैं, पहाड़गंज का प्रोगाम महेश भट्ट मुंबई में मंगवाकर देखते हैं, एक रुपया रोज़ में काम करने वालों की कहानी मोंटेक सिंह आहलुवालिया के दफ्तर में देखी जाती है, और सबके लिये यूनिक आई कार्ड बनाने वाली अथार्टी के मुखिया नंदन निलेकणी किसी से कहलवाते हैं...यार एक प्रोग्राम हमारे लिये आधार पर बना दो।