तीन तलाक sentence in Hindi
pronunciation: [ tin telaak ]
Examples
- मुल्ले मुफ्ती फ़ोन से या इशारे से दी गयी तलाक को जिन हदीसों का हवाला देते हैं, उन में से एक यह है,-” आयशा ने कहा कि एक व्यक्ति ने सिर्फ तीन तलाक देने का इशारा ही किया था, और तलाक हो गयी, फिर उसकी पत्नी ने दुसरे आदमी से शादी कर ली.
- (मुस्लिम किताब 009, हदीस नंबर 3493) हजरत उमर ने अपने जमाने के लिहाज से जिस राय को बेहतर समझा उसको लागू किया लेकिन यह भी सही है कि बहुत-से उलमा ने हजरत उमर की इस राय से सहमत नहीं थे और आज भी इस्लामी कानून की कई धाराओं में एक वक्त के तीन तलाक को एक तलाक ही माना जाता है.
- चूंकि शराब की लत को भारत में अक्सर महिलाओं के खिलाफ हिंसा से जोड़ा जाता है, [26] महिलाओं के कई संगठनों ने आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उड़ीसा, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में शराब-विरोधी अभियानों की शुरुआत की.[25] कई भारतीय मुस्लिम महिलाओं ने शरीयत कानून के तहत महिला अधिकारों के बारे में रूढ़िवादी नेताओं की व्याख्या पर सवाल खड़े किये और तीन तलाक की व्यवस्था की आलोचना की.
- हदीस (हजरत मुहम्मद साहब के वचनों का संकलन) की प्रसिद्द किताब 'सही मुस्लिम' के मुताबिक पैगंबर साहब, हजरत अबू बक्र (इस्लाम धर्म के पहले खलीफा) और हजरत उमर की खिलाफत के आरंभिक दौर में एक साथ तीन बार कहे गए तलाक को एक ही माना जाता था बाद में जब लोग तलाक में जल्दी करने लगे तो हजरत उमर ने उन्हें एक ही बार में तीन तलाक देने की इजाजत दे दी.
- तीन तलाक ' के रिवाज की क़ानूनी अनुकृति है | इस कानून में मुस्लिम समुदाय अपने कानूनों की छाया देखेगा-अतः वह इसे स्वीकार करेगा | वहीँ हिंदुओं में विवाह की संस्था में विच्छेद का कोई प्रावधान ही नहीं है | अतः कठिनतम स्वीकृति के कारण वह भी इसे अपनायेगा | वहीँ ईसाई इसे व्यक्तिवाद और स्वतंत्रता के रूप में देखेंगे और वह भी इस कानून को अपनी सहमति देंगे |
- *हदीस (हजरत मुहम्मद साहब के वचनों का संकलन) की प्रसिद्द किताब 'सही मुस्लिम' के मुताबिक पैगंबर साहब, हजरत अबू बक्र (इस्लाम धर्म के पहले खलीफा) और हजरत उमर की खिलाफत के आरंभिक दौर में एक साथ तीन बार कहे गए तलाक को एक ही माना जाता था बाद में जब लोग तलाक में जल्दी करने लगे तो हजरत उमर ने उन्हें एक ही बार में तीन तलाक देने की इजाजत दे दी.
- हदीस (हजरत मुहम्मद साहब के वचनों का संकलन) की प्रसिद्द किताब ' सही मुस्लिम ' के मुताबिक पैगंबर साहब, हजरत अबू बक्र (इस्लाम धर्म के पहले खलीफा) और हजरत उमर की खिलाफत के आरंभिक दौर में एक साथ तीन बार कहे गए तलाक को एक ही माना जाता था बाद में जब लोग तलाक में जल्दी करने लगे तो हजरत उमर ने उन्हें एक ही बार में तीन तलाक देने की इजाजत दे दी.