ज़मीनदार sentence in Hindi
pronunciation: [ jeminedaar ]
Examples
- इस अधिकार को हमें मिले लगभग अस्सी बरस से भी ऊपर हो गया लेकिन कितनी अजीब बात है कि हम आज भी अपने लिए ज़मीनदार, मनसबदार, जागीरदार और सूबेदार ही चुनते हैं, अपने प्रतिनिधि नहीं।
- जो आबादी कम या छोटी थी उसके बाद खुर्द लगा दिया गया मसलन वीरपुर गांव के अलावा अगर किसी राजस्व क्षेत्र या किसी ज़मीनदार की अमलदारी में इसी नाम का दूसरा वीरपुर हुआ तो उसे वीरपुर खुर्द कहा जाता ।
- जो आबादी कम या छोटी थी उसके बाद खुर्द लगा दिया गया मसलन वीरपुर गांव के अलावा अगर किसी राजस्व क्षेत्र या किसी ज़मीनदार की अमलदारी में इसी नाम का दूसरा वीरपुर हुआ तो उसे वीरपुर खुर्द कहा जाता ।
- पैंतीस साल पहले जब घोड़ामारा के द्वीप पर पानी चढ़ने लगा था उस समय सालेहा बीबी का परिवार वहाँ के सबसे बड़ा ज़मीनदार था और साढ़े तीन सौ एकड़ ज़मीन के मालिक थे, लेकिन आज उनके पास कुछ भी नहीं बचा है.
- विडियो देखें ४) कमर जलालाबादी अमृतसर के पास एक छोटा सा गाँव हैं जिसका नाम है जलालाबाद, जहां पर जन्म हुआ था ओमप्रकाश (कमर जलालाबादी) का. महान फिल्मकार दल्सुखलाल पंचोली ने उन्हें पहला मौका दिया था फिल्म ज़मीनदार (१९४२) के लिए.
- योद्धाओं की सन्तान उस अकबर ने तो ज़मीनदार, मनसबदार, जागीरदार और सूबेदार की श्रेणियों में ही सत्ता का वितरण करके मान लिया कि जनता का प्रतिनिधित्व सम्पन्न हो गया, चुनाव और मताधिकार जैसी बात उसके ख्याल में भी नहीं आई, बावजूद उसकी सारी भलमनसाहत के।
- अमृतसर के पास एक छोटा सा गाँव हैं जिसका नाम है जलालाबाद, जहां पर जन्म हुआ था ओमप्रकाश (कमर जलालाबादी) का. महान फिल्मकार दल्सुखलाल पंचोली ने उन्हें पहला मौका दिया था फिल्म ज़मीनदार (१ ९ ४ २) के लि ए.
- गाँव के लोगों से कीप्स को काफ़ी ठंडा स्वागत मिलता है परन्तु वह एक होटल मे कमरा ले लेता है और एक रईस ज़मीनदार सैम डेली से दोस्ती कर लेता है जो कीप्स को अपने व अपनी पत्नी एलिज़ाबेथ के साथ भोजन करने का निमंत्रण देता है।
- ज़मीनदार घराने में मीर अनीस के मर्सियों ‚ नज़म आफंदी के नौहों ‚ मीर ग़ालिब की ग़ज़लों ‚ कुर्रतुलएन हैदर ‚ इस्मत चुगताई व कृश्नचन्दर के अफसानों की फिजां में बचपन गुज़रा, रामलीला और उर्स में शामिल होती आँखें ‚ रानी सारंगा के किस्से सुनते ।
- हमारे पिता, जिन्हें हम ताता जी कहते थे, वे कभी-कभार ज़मीन जिरात देखने या अनाज वसूली के लिए गाँव आते, तो पंडित संसारचंद भट्ट, हमारे बड़े मामा, के यहाँ ही ठहरते, जिनसे तब उनका एक ज़मीनदार और काश्तकार का ही रिश्ता था।