चौहान वंश sentence in Hindi
pronunciation: [ chauhaan vensh ]
Examples
- चौहान वंश से लोदी, मुगल, राठौड़, सिंधिया और अंग्रेजों तक के हर काल की अनगिनत साक्षी हैं यहां की इमारतें।ये इमारतें...
- विवेचना-उपरोक्त विवरण से ददरेवा के चौहान वंश में बुरड़क गोत्र के इतिहास के अवलोकन से यह स्पस्ट होता है कि राव बुरडकदेव (b.
- इस काल के महत्त्वपूर्ण राजपूत वंशों में राष्ट्रकूट वंश, चालुक्य वंश, चौहान वंश, चंदेल वंश, परमार वंश एवं गहड़वाल वंश आदि आते हैं।
- 792 वर्षों तक उजाड़ पड़े रहने के बाद चौहान वंश के राजा अनंगपाल की राजधानी बना कई बार उजड़ा और बसा लेकिन किसी न किसी तरह क़ायम रहा.
- दक्षिण भारत में पहले चालुक्यों और बाद में विजयनगर साम्राज्य, या फिर प्रतिहार पाल व राष्ट्रकूट वंश और चौहान वंश के राजाओं ने हिंदू सत्ता बनाए रखी।
- चौहान वंश से निकले बुरडक गोत्र के बडवा श्री भवानीसिंह राव के अभिलेखों में जीण माता के सम्बन्ध में कुछ ऐतिहासिक तथ्य मिलते हैं जो निम्नानुसार हैं:
- पृथ्वीराज चौहान (सन् 1166-1192) चौहान वंश के हिंदू क्षत्रिय राजा थे जो उत्तरी भारत में 12 वीं सदी के उत्तरार्ध के दौरान अजमेर और दिल्ली पर राज्य करते थे।
- पृथ्वीराज चौहान (सन् 1166-1192) चौहान वंश के हिंदू क्षत्रिय राजा थे जो उत्तरी भारत में 12 वीं सदी के उत्तरार्ध के दौरान अजमेर और दिल्ली पर राज्य करते थे।
- गोगाजी का जन्म राजस्थान के ददरेवा (चुरू) चौहान वंश के राजपूत शासक जैबर (जेवरसिंह) की पत्नी बाछल के गर्भ से गुरु गोरखनाथ के वरदान से भादो सुदी नवमी को हुआ था।
- ददरेवा के चौहान वंश में ही गोगादेव भी अपने बेटों सहित महमूद गजनबी के आक्रमण के समय सतलुज के मार्ग की रक्षा करते हुए वर्ष 1024 में शहीद हो गए.