चान्द्र sentence in Hindi
pronunciation: [ chaanedr ]
"चान्द्र" meaning in English "चान्द्र" meaning in Hindi
Examples
- सन् १९६९ और १९७२ के बीच अमेरिका की समानव अंतरिक्ष उड़ानों की अपोलो श्रृंखलासम्पन्न हुई, जो न केवल चन्द्रतल से चान्द्र शिलाएं और मिट्टी के नमूने संग्रहकरने में, बल्कि उन नमूनों को भी एकत्र करने के लिए मनुष्यों को भी चन्द्रतल परउतारने में सफल रही.
- (पर्यायवाची-अमा, अमावस, अमवसा, कुहू, दर्श, मावस, मासांत, सिनीवाली, सूयदुसंगम) नूतन चन्द्रमा का दिन, वह समय जब कि सूर्य और चन्द्रमा दोनों संयुक्त रहते हैं, प्रत्येक चान्द्र मास के कृष्ण पक्ष का पन्द्रहवाँ दिन-‘सूर्याचन्द्रमसोः यः परः संन्निकर्षः साऽमावस्या-गोभिल., चन्द्रमा की सोलहवीं कला।
- फरवरी / मार्च में आयोजित ’लोसर उत्सव ’, मोपा पंचांग के अनुसार, चान्द्र नववर्ष के आरम्भ होने की सूचना देता है और सबसे बेहतरीन स्थानीय खान-पान का स्वाद लेने का आदर्श समय है जिनमें मुख्य रूप से शामिल होते हैं मोमो, ठुकपा, सूअर के मांस के व्यंजन और सूप।
- सावधान! हे चान्द्र शीर्ष मित्र!तुम्हारी यह खासियत तुम्हारे कई हमराहियों के लिए ईर्ष्या का सबब बन सकती है.पर यह कूवत तो आपने अपने भरे पूरे बालों की बलि देकर कुदरत से हासिल किया है-लोग बाग जलें तो जलें.....(सच कहूं,यह जलन तो मुझे भी आपसे है..) अगले अंक में बालों का रंग रोशन....
- अमावस्या (New Moon) (पर्यायवाची-अमा, अमावस, अमवसा, कुहू, दर्श, मावस, मासांत, सिनीवाली, सूयदुसंगम) नूतन चन्द्रमा का दिन, वह समय जब कि सूर्य और चन्द्रमा दोनों संयुक्त रहते हैं, प्रत्येक चान्द्र मास के कृष्ण पक्ष का पन्द्रहवाँ दिन-‘ सूर्याचन्द्रमसोः यः परः संन्निकर्षः साऽमावस्या-गोभि ल.
- भारतीय कैलेण्डर के अनुसार जिस चान्द्र मास में सूर्य की संक्रान्ति नही होती है उस मास को खर (मल) मास कहा जाता है | जिस चान्द्र मास में दो संक्रान्तियों का संक्रमण हो रहा हो तो वह ' क्षयमास ' कहलाता है | मल मास को अधिक मास, अधिमास व पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जाना जाता है |
- भारतीय कैलेण्डर के अनुसार जिस चान्द्र मास में सूर्य की संक्रान्ति नही होती है उस मास को खर (मल) मास कहा जाता है | जिस चान्द्र मास में दो संक्रान्तियों का संक्रमण हो रहा हो तो वह ' क्षयमास ' कहलाता है | मल मास को अधिक मास, अधिमास व पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जाना जाता है |
- “चन्द्र पर्यावास के दक्षिणी छोर के ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम द्वार पर आपका स्वागत है, हमने चन्द्र पर्यावास से सुरक्षित लिंक कर लिया है, कृपया ग्रीन सिग्नल की प्रतीक्षा कीजिए और फिर अपने फ्लोटिंग केबिन में सवार होकर गन्तव्य तक पहुचिये, कृपया अपने क्रम से निकास द्वार पर पहुचे, आपका चन्द्र प्रवास शुभ हो, इंडियन चान्द्र एअर बस सेवा चुनने के लिए आपको हादिक धन्यवाद!
- कुछ ऐसे कर्म हैं जो अधिमास एवं शुद्ध मास, दोनों में किए जा सकते हैं, यथा गर्भ का कृत्य (पुंसवन जैसे संस्कार), ब्याज लेना, पारिश्रमिक देना, मास-श्राद्ध (अमावस्या पर), आह्निक दान, अन्त्येष्टि क्रिया, नव-श्राद्ध, मघा नक्षत्र की त्रयोदशी पर श्राद्ध, सोलह श्राद्ध, चान्द्र एवं सौर ग्रहणों पर स्नान, नित्य एवं नैमित्तिक कृत्य [15] ।
- पाणिनी (१ ९ ० ५), काशकृत्स्न (२ ४ ११), जैनेन्द्र (१ ४ ७ ८), चान्द्र (१ ५ ७ ५), कातन्त्र (१ ८ ५ ८), शाक्टायन (१ ८ ५ १), हेमचन्द्र (१ ९ ८ ०), कविकल्पद्रुम (२ ३ ५ ८) आदि के धातु कोशों के अतिरिक्त मेरे संज्ञान में नहीं है।