गुलशन नन्दा sentence in Hindi
pronunciation: [ gauleshen nendaa ]
Examples
- एक ज़माने में कल्ट बन चुके गुलशन नन्दा पर यह पोस्ट श्री राजकुमार केसवानी की लिखी हुई है और उन्हीं की अनुमति से यहां प्रस्तुत की जा रही है-
- एक ज़माने में कल्ट बन चुके गुलशन नन्दा पर यह पोस्ट श्री राजकुमार केसवानी की लिखी हुई है और उन्हीं की अनुमति से यहां प्रस्तुत की जा रही है-
- गद्य में रिदम, तुलसीदास और प्रेमचन्द की लोकप्रियता, मुक्तिबोध की जनस्वीकृति,, नीरज की साहित्यिक स्वीकृति और गुलशन नन्दा की बिक्री, जैनेन्द्र की भैंस, लन्दन की कवि गोष्ठी
- ज्यादा दिमाग पर जोर न देने का मन हो तो गुलशन नन्दा और कुशवाहा कान्त की आत्मा का आवाहन कर लो! “ झील के उस पार ” छाप लेखन तो बहुत ही “
- भारत नहीं, मैक्सिको व इतिहास के बारे में उनकी एक किताब है, बड़ी अच्छी है लेकिन इस वक़्त नाम याद नहीं पड़ रहा, जबकि गुलशन नन्दा के सभी टाइटल्स एकदम ज़ुबान पर धरे हुए हैं?
- प्रभात-आपने मैं और मेरा समय में लिखा है कि आप आरम्भ में प्रेम वाजपेयी, कुशवाहा कांत, गुलशन नन्दा जैसे लोकप्रियलेखकों के उपन्यास पढ़ा करते थे और वे आपको पसंद भी आते थे।
- अक्सर कहा जाता था कि हिन्दी में उपन्यास पढने वाले पाठक नहीं है जबकि मैं देखता हूँ कि हर कोई रानू, प्रेम वाजपेयी और गुलशन नन्दा जैसे लेखकों को खूब मजे से पढ रहे है!
- यह चिंता तो लुगदी साहित्य के दौर मे भी थी तभी हमारे धमतरी के वरिष्ठ कवि त्रिभुवन पाण्डेय ने लिखा था ” मुक्तिबोध को कौन खरीदे, कौन करे घाटे का धन्धा / प्रेमचन्द अजनबी यहाँ पर बिके ठाठ से गुलशन नन्दा शरद कोकास
- स्त्री देह को लेकर गालियाँ, अश्लीलता, छिछोरापन कब किस समाज में, किस युग में नहीं रहा? साहित्य में वह गुलशन नन्दा की सीधी सपाट शब्दावली के दायरे से निकलकर आपके बौद्धिक आतंक का जामा पहनी हुई भाषा में आ गया है।
- लगभग 4 दशक पूर्व जब मैंने लिखना शुरू किया तब पढ़ना छूट गया वर्ना एक जमाना था गुलशन नन्दा और इब्ने सफी बी. ए. के उपन्यास यानि सामाजिक और जासूसी दोनों तरह की कहानियाँ लिखी पुस्तकें (उपन्यास) हमेशा हाथों में रहा करते थे।