गुरु अंगद देव sentence in Hindi
pronunciation: [ gauru anegad dev ]
"गुरु अंगद देव" meaning in Hindi
Examples
- 16अपै्रल को गुरु गद्दी श्री गुरु अमरदास (16 अपै्रल) ज्योति जोत, श्री गुरु अंगद देव जी (16 अपै्रल), गुरु गद्दी श्री गुरु तेग बहादुर (16 अप्रैल), ज्योति जोत श्री गुरु हरकिशन साहिब (16 अप्रै्रल) को मनाए जाएंगे।
- गुरु अंगद देव वेटरनरी विश्वविद्यालय (गडवासू) में चल रहे युवक मेले के दौरान मंगलवार को विद्यार्थियों ने भ्रूण हत्या, भ्रष्टाचार, जीव सुरक्षा और दहेज उत्पीड़न के खिलाफ विश्वविद्यालय परिसर में पोस्टर एवं बैनर लेकर मार्च निकाला।
- खेतों को पराली की आग से बचाने के लिए लुधियाना स्थित पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) व गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनीमल साइंस यूनिवर्सिटी (गडवासू) के विज्ञानी प्रयास में जुटे हुए हैं।
- सिक्ख · सिक्ख धर्म · गुरु नानक · गुरु गोविंद सिंह · गुरु हरगोविंद सिंह · गुरु अंगद देव · गुरु हर किशन सिंह · गुरु हरराय · गुरुमुखी लिपि · गुरु तेग़ बहादुर · उदासी सम्प
- उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन संबंधी नस्ल सुधार व वैज्ञानिक तकनीकी के प्रयोग के लिए गुरु अंगद देव वेटनरी व एनीमल साइंसेज यूनिवर्सिटी द्वारा पशु पालकों को डेयरी व्यवसाय संबंधी विशेष महारत प्रशिक्षण कोर्स करवाया जाता है।
- गुरु नानक देव • गुरु अंगद देव • गुरु अमर दास • गुरु राम दास • गुरु अर्जुन देव • गुरु हरगोबिन्द सिंह • गुरु हर राय • गुरु हर किशन सिंह • गुरु तेग बहादुर सिंह • गुरु गोबिन्द सिंह
- गुरु नानक, गुरु अंगद देव की नैतिकता गुरु अमर दास, रामदास एवं गुरु अर्जुन देव की सहनशीलता तथा गुरु तेग बहादुर की शहीदी ने जो महान रास्ता भारतवासियों को दिखाया उसकी दृढ निशान देही गुरु गोविन्द सिंह ने खालसे की सिरजनाकी।
- लंगर की प्रथा १ २ वीं १ ३ वीं सदी में सुफिओं के डेरों में आम थी, और यहाँ से ही सिख धर्म में आई. गुरु नानक ने इसको शुरू किया और दुसरे गुरु अंगद देव ने पूरी तरह विव्स्थात किया.
- संस्थान में डेयरी उत्पादकता, गुणवत्ता नियंत्रण व विपणन प्रणाली विषय पर दक्षिण एशियन देशों के समूह सार्क देशों के वैज्ञानिकों के सम्मेलन की शुरुआत गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय लुधियाना के वाइस चांसलर डॉ. वीके तनेजा ने की।
- डॉ 0 कौड़ा के अनुसार दूसरी ओर पंजाब के लुधियाना स्थित गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय ने अपने 2 वर्षों के अध्ययन में बी टी कॉटन के चारे को पशुओं के लिए हानिकारक, रोग प्रतिरोधक शक्ति कम करने वाला, बांझपन लाने वाला और दस्त लगाने वाला पाया है।