गाली बकना sentence in Hindi
pronunciation: [ gaaali beknaa ]
"गाली बकना" meaning in English "गाली बकना" meaning in Hindi
Examples
- ऐसा क्यों है कि परिवार बन्धन में बँधने के बाद बहुसंख्य जन गाली बकना अत्यल्प कर उसे अंतरंग मित्रों की बैठकी के लिये सुरक्षित कर देते हैं?
- यह ठीक वैसे ही है जैसे गाली बकना, निर्थक बहस करना, मारना पीटना, लूटपाट करना, आतंक फैलाना आदि शैतानियत के प्रतीक हैं और इनके भी कोई युग नहीं होते.
- दीगर बात रही कि विकलांगों की अगुवाई करने वाले संस्था प्रमुख के विरुद्ध सन 97 में ही अशिष्टता, दलाली, गाली बकना और सूबे के एक मंत्री का हाथ पकड़कर अभद्रता करने का आरोप लग चुका है।
- समाज इतना संस्कारित हो जाय कि गाली बकना ही छोड़ दे, एक बहुत व्यापक फलक वाला विषय है और उसमें साहित्य का योगदान तो है लेकिन इतना भी नहीं कि उसे शुचितावादी होकर कृत्रिमता का चोला पहनने की आवश्यकता पड़े।
- extra classes के बाद Teachers के साथ hostel में शराबनोशी, Karl Marx को हर मार्क्सवादी के सामने गाली बकना, प्रयाग संगीत समिति में होते नाटक और संगीत सभाएँ, रात रात भर नेतराम और जगाती में पूरियाँ खाना...
- समाज इतना संस्कारित हो जाय कि गाली बकना ही छोड़ दे, एक बहुत व्यापक फलक वाला विषय है और उसमें साहित्य का योगदान तो है लेकिन इतना भी नहीं कि उसे शुचितावादी होकर कृत्रिमता का चोला पहनने की आवश्यकता पड़े।
- मुझे लगा कि मुझे भी जवाब में गाली बकना चाहिए था या कि उछलकर दो लात मारना चाहिये था, पर तुरंत ही एक निरर्थकता बोध मेरे ऊपर सवारी करने लगा कि ठीक है कि मैं उसे पीट देता पर उसके बाद क्या होता?
- अगर भड़ास पर लिखने का मतलब हर उस बंदे जो आपकी नजर में दोगला, बुरा या मक्कार है के खिलाफ गाली बकना या अपने नजरिए से उसे नंगा करना ही मकसद है, तो दो जहां का मालिक आप सब का भला करे।
- हम तो अभी भी गुलाम हैं पहले मुसलमानों के फिर अंगरेजो के फिर इन काले अंगरेजो के और अब इसमें एक नया नाम जुड़ गया है इन ढोंगी न्यूज़ चैनल वालो का जो अपने बिज़नस के लिए कुछ कर सकते हैं शायद अपनी माँ-बहन का सौदा भी और हम इन्ही की बातो को सही मान कर गाली बकना चालू कर देते हैं....
- कहीं गालीबाजी विरोध प्रदर्शन के साथ नई सम्भावना के लिये उल्लास प्रदर्शन तो नहीं? प्रश्न उठता है कि गाली ही क्यों? किसी और कथ्य में कठोरता से नियमित समागम क्रिया केन्द्रित गालियों जैसी तीव्रता कहाँ? वह भी पुरुष केन्द्रित समाज में जहाँ गाली बकना पौरुष का प्रतीक माना जाता हो और गाली देना स्त्री के लिये एक निहायत ही गलीज निकृष्ट कर्म।