कुष्मांडा sentence in Hindi
pronunciation: [ kusemaanedaa ]
Examples
- बेहतर स्वास्थ्य के लिए करें मां कुष्मांडा का पूजन जानिए, क्यों मनाते हैं चैत्र नवरात्रि और इसका क्या महत्व है चैत्र नवरात्रि:
- अपनी मंद, मुस्कान के द्वारा अण्ड यानी ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इस देवी को कुष्मांडा नाम से पूजा जाता है.
- चौथे स्वरूप में देवी कुष्मांडा भक्तों को रोग, शोक और विनाश से मुक्त करके आयु, यश, बल और बुद्धि प्रदान करती हैं।
- अपनी मंद, हल्की हंसी के द्वारा अण्ड यानी ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इस देवी को कुष्मांडा नाम से अभिहित किया गया है।
- चौथे स्वरूप में देवी कुष्मांडा भक्तों को रोग, शोक और विनाश से मुक्त करके आयु, यश, बल और बुद्धि प्रदान करती हैं।
- प्रथम शैलपुत्री के बाद ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी व सिद्धिदात्री ये देवी के नौ नाम हैं।
- 4. कुष्मांडाचौथे स्वरूप में देवी कुष्मांडा भक्तों को रोग, शोक और विनाश से मुक्त करके आयु, यश, बल और बुद्धि प्रदान करती हैं।
- 4. कुष्मांडा-चौथे स्वरूप में देवी कुष्मांडा भक्तों को रोग, शोक और विनाश से मुक्त करके आयु, यश, बल और बुद्धि प्रदान करती हैं।
- उस समय आदि शक्ति जगदम्बा देवी कुष्मांडा के रूप में वनस्पतियों एवं सृष्टि की रचना के लिए जरूरी चीजों को संभालकर सूर्य मण्डल के बीच में विराजमान थी।
- चतुर्थ देवी कूष्मांडा (मंगलवार 8 अक्टूबर) चौथे स्वरूप में देवी कुष्मांडा भक्तों को रोग, शोक और विनाश से मुक्त करके आयु, यश, बल और बुद्धि प्रदान करती हैं।