इन्जील sentence in Hindi
pronunciation: [ inejil ]
Examples
- इन्जील ' नया नियम ' अल्लाह की किताब है जो कि मसीह पर उतरी है इन्जील वास्तविक मे हजरत मसीह के अन्तिम समय के तीन साढ़े तीन वर्षों के उन कथनों उपदेशों का संग्रह है जो उन्होंने अल्लाह की ओर से दिये थे।
- मौलाना रहमतुल्लाह कैरानवी और डाक्टर वजीर खाँ ने इन्जील, बाईबिल के जो नुसखे जमा किये थे उन्हें भरे मजमें में दिखाकर यह साबित किया कि किसी में कुछ हटा दिया गया किसी में कुछ बढा दिया गया, भरे मजमे में पादरियों केा इन्जील में परिवर्तन स्वीकार करना पडा।
- मौलाना रहमतुल्लाह कैरानवी और डाक्टर वजीर खाँ ने इन्जील, बाईबिल के जो नुसखे जमा किये थे उन्हें भरे मजमें में दिखाकर यह साबित किया कि किसी में कुछ हटा दिया गया किसी में कुछ बढा दिया गया, भरे मजमे में पादरियों केा इन्जील में परिवर्तन स्वीकार करना पडा।
- उसी राह पर अपने रसूल भेजे और उनके पीछे मरयम के बेटे ईसा को भेजा और उसे इन्जील अता फ़रमाई और उसके अनुयाइयों के दिल में नर्मी और रहमत रखी (4) (4) कि वो आपस में एक दूसरे के साथ महब्बत और शफ़क़त रखते.
- और तुम्हारा रब काफ़ी है हिदायत करने और मदद देने को {31} और काफ़िर बोले, क़ुरआन उनपर एक साथ क्यों न उतार दिया (19) (19) जैसे कि तौरात व इन्जील व जुबूर में से हर एक किताब एक साथ उतरी थी.
- इन्जील के बारे में तो वज़ईयत इस से ज़्यादा परेशान कुनिन्दा है क्यों कि वह इन्जील जो आज ईसाईयों के पास है यह वह इन्जील नहीं जो हज़रत ईसा (अ) पर नाज़िल हुई थी बल्कि मुख़्तलिफ़ अफ़राद के जमा शुदा मतालिब हैं और चार अनाजील के तौर पर मअरूफ़ हैं।
- इन्जील के बारे में तो वज़ईयत इस से ज़्यादा परेशान कुनिन्दा है क्यों कि वह इन्जील जो आज ईसाईयों के पास है यह वह इन्जील नहीं जो हज़रत ईसा (अ) पर नाज़िल हुई थी बल्कि मुख़्तलिफ़ अफ़राद के जमा शुदा मतालिब हैं और चार अनाजील के तौर पर मअरूफ़ हैं।
- इन्जील के बारे में तो वज़ईयत इस से ज़्यादा परेशान कुनिन्दा है क्यों कि वह इन्जील जो आज ईसाईयों के पास है यह वह इन्जील नहीं जो हज़रत ईसा (अ) पर नाज़िल हुई थी बल्कि मुख़्तलिफ़ अफ़राद के जमा शुदा मतालिब हैं और चार अनाजील के तौर पर मअरूफ़ हैं।
- क़तादह ने कहा कि सैयदे आलम सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के सहाबा की मिसाल इन्जील में यह लिखी है कि एक क़ौम खेती की तरह पैदा होगी और वो नेकियों का हुक्म करेंगे, बुराईयों से रोकेंगे, कहा गया है कि खेती हुज़ूर है और उसकी शाख़े सहाबा और ईमान वाले.
- एक हजार अल्लाह के सिवा कोई नहीं जानता और एक हजार वे हैं, जो फरिश्तों के सिवा कोई नहीं जानता और एक हजार वे जो पैगम्बरों से हम तक पहुंचे हैं, जिनमें से तीन सौ तौरेत में, तीन सौ जबूर में, तीन सौ इन्जील में और एक सौ कुरआन में दिए गए हैं।