हिमालय के हिमनद sentence in Hindi
pronunciation: [ himaaley k himend ]
Examples
- इस रिपोर्ट के अनुसार, ' दुनिया के अन्य भागों में स्थित हिमनदों की तुलना में हिमालय के हिमनद तेजी से सिकुड़ रहे हैं और सिकुड़ने की गति यदि यही रही तो ये ग्लेशियर वर्ष 2035 तक समाप्त हो जाएँगे।
- और अब, वैश्विक औसत तापमान में वृद्धि हुई है और हिमालय के हिमनद और ध्रुवीय क्षेत्रों, देश के समुद्र तट के पिघलने के साथ, जहां दुनिया में सबसे बड़ा समुद्र तट (कॉक्स बाजार, लंबे समय के बारे में 120 किलोमीटर), ग्रस्त है और पानी के दबाव है.
- संयुक्त राष्ट्र की जलवायु रिपोर्ट के अनुसार हिमालय के हिमनद जो एशिया की सबसे बड़ी नदियों-गंगा, सिंधु, ब्रह्मपुत्र, यांग्जे, मेकांग, सलवीन और येलो के लिए शुष्क-मौसम के प्रमुख जल स्रोत हैं, ये तापमान में वृद्धि और मानवीय मांग बढ़ने के कारण 2035 तक गायब हो सकते हैं.
- पर्यावरण के संरक्षण के लिए सक्रिय संगठन, ग्रीनपीस ने कहा है कि तापमान बढ़ने से हिमालय के हिमनद तेजी से पिघल रहे हैं, जिससे एशिया के लाखों लोगों को पानी की आपूर्ति कम हो सकती है और बाढ़ आने की आशंका भी बढ़ती जा रही है ।
- आने वाले दशकों में. में भारत अकेले, गंगा पीने और 500 से अधिक मिलियन लोगों के लिए खेती के लिए पानी उपलब्ध कराता है.[43][44][45] यह स्वीकार किया जाना, तथापि, हिमालय के हिमनद है कि उत्तरी भारत में कृषि उत्पादन में वृद्धि करने के लिए 20 वीं सदी भर में नेतृत्व की मौसमी
- प्रमुख पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा ने कहा कि देश के जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल, मिजोरम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड राज्यों में फैले विशाल हिमालय के हिमनद यदि सूख गए, तो पूरे देश में केवल बालू की रेत ही उडे़गी।
- [34] [35] संयुक्त राष्ट्र की जलवायु रिपोर्ट के अनुसार हिमालय के हिमनद जो एशिया की सबसे बड़ी नदियों-गंगा, सिंधु, ब्रह्मपुत्र, यांग्जे, मेकांग, सलवीन और येलो के लिए शुष्क-मौसम के प्रमुख जल स्रोत हैं, ये तापमान में वृद्धि और मानवीय मांग बढ़ने के कारण 2035 तक गायब हो सकते हैं.
- दीर्घायु हैं हिमालय के हिमनद हिमालय के बारे में पहले भी ऊल-जलूल घोषणाएँ और भविष्यवाणियाँ होती रही हैं लेकिन जब संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन पर बने अंतर्देशीय पैनल (आईपीसीसी) की 2007 में प्रकाशित चौथी रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि वर्ष 2035 तक हिमालय के हिमनद पूरी तरह पिघल जाएँगे।
- दीर्घायु हैं हिमालय के हिमनद हिमालय के बारे में पहले भी ऊल-जलूल घोषणाएँ और भविष्यवाणियाँ होती रही हैं लेकिन जब संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन पर बने अंतर्देशीय पैनल (आईपीसीसी) की 2007 में प्रकाशित चौथी रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि वर्ष 2035 तक हिमालय के हिमनद पूरी तरह पिघल जाएँगे।
- तापमान बढ़ने से हिमालय के हिमनद प्रतिवर्ष ३० मीटर की दर से घटने लगेगी जिससे उत्तर भारत के राज्यों में खेती के लिए पानी का अप्रत्यक्ष प्रभाव कृषि उत्पादन पर पड़ रहा है तो दूसरी और अप्रत्यक्ष रूप से आय की हानि और अनाजों की बढ़ती कीमतों के रूप में समस्याएं हमारे समक्ष मूँह बाएं खड़ी हैं ।