सरहपाद sentence in Hindi
pronunciation: [ serhepaad ]
Examples
- सरहपाद और उनके समवर्ती व परवर्ती सिद्धों ने दोहों और पदों के रूप में अपनी स्फुट रचनाएं प्रस्तुत कीं।
- सुप्रसिद्ध चौरासी सिद्धों में तो सिद्ध मीनपा ÷ मल्लाह ', सिद्ध कुल्हड़पा ÷ कुम्हार ' और सिद्ध सरहपाद ÷ लोहार ' थे।
- सर्वनाम में सरहपाद की भाषा में जहां को, जे का प्रयोग होता है, वही मगही के, जे का प्रयोग प्रचलित है।
- पहली, यह कि बुद्ध द्विज श्रेणी में आते हैं और सिद्धों में केवल सरहपाद ने ब्राह्मण का खण्डन किया है, जिनके ‘ ब्राह्मण ' वर्ण का होने पर विवाद है।
- सरहपाद ने अपने समय के धार्मिक वातावरण का जिन शब्दों में चित्रण किया है यदि उसका सूक्ष्मावलोकन किया जाय तो स्पष्ट संकेत मिलता है कि कबीर के समय तक उसकी अनेक बातें विद्यमान थीं.
- इसलिए निश् चय ही वह सरहपाद से लेकर निराला की उस महान इतिहास-धारा में खड़े नहीं दिखते जो ‘ लोक ' के मनोभावों से बनती और अपने मूल प्रयास में जन सामान् य के पक्ष में खड़ी होती है।
- सरहपाद की अवधारणा थी कि ' जब नाद, बिन्दु अथवा चन्द्र और सूर्य के महलों का अस्तित्व नहीं और चित्तराज भी स्वभावतः मुक्त है, तब फिर सरल मार्ग का परित्याग कर वक्र मार्ग ग्रहण करना कहाँ तक उचित कहा जा सकता है.
- (वही, पृ 0 102) कबीर ने इसी दृष्टि से अवधू जोगी को जग से न्यारा बताया है-“ अवधू जोगी जग थैं न्यारा ” मुवह्हिद, आरिफ़ अथवा अवधूत उस सहजानुभूति को प्राप्त कर लेता है जहाँ सरहपाद के शब्दों में “ णउ पर णउ अप्पा ” अर्थात अपने और पराये का भेद मिट जाता है.
- इसी प्रकार हिंदी का एक आरंभिक रूप यदि सरहपाद जैसे सिद्ध और गुरु गोरखनाथ जैसे नाथपंथी कवियों की भाषा में प्रकट हो रहा था, जिसका पौरुषपूर्ण संस्करण आगे चलकर कबीरदास जैसे कवि की भाषा में मुखर होकर संध्याभाषा, सधुक्कड़ी और खिचड़ी कहलाया तो एक अन्य रूप विद्यापति की पदावली में व्यक्त हो रहा था-” नंदक नंदन कदंबक तरुतर धिरे-धिरे मुरली बजाव।
- चल खुसरो घर आपणे, रैन भई चहुँ देस॥“इसी प्रकार हिंदी का एक आरंभिक रूप यदि सरहपाद जैसे सिद्ध और गुरु गोरखनाथ जैसे नाथपंथी कवियों की भाषा में प्रकट हो रहा था, जिसका पौरुषपूर्ण संस्करण आगे चलकर कबीरदास जैसे कवि की भाषा में मुखर होकर संध्याभाषा, सधुक्कड़ी और खिचड़ी कहलाया तो एक अन्य रूप विद्यापति की पदावली में व्यक्त हो रहा था-”नंदक नंदन कदंबक तरुतरधिरे-धिरे मुरली बजाव।