समाचार समिति sentence in Hindi
pronunciation: [ semaachaar semiti ]
"समाचार समिति" meaning in English
Examples
- यह चारों समाचार समितियां बहुराष्ट्रीय हैं और इनका मानना है कि यह स्वतन्त्र पत्रकारिता कर रही हैं लेकिन यह समाचार समिति भी किसी देश की ही है और इनके लिए देश का हित सर्वोपरि होता है।
- मोरिशस में क्या चल रहा है, इसका पता हम लोगों को बहुत कम होता है, क्योंकि वहॉं न तो हमारे किसी अखबार का प्रतिनिधि है और न ही समाचार समिति का | मोरिशस की खबरें हमारे अखबारों को पेरिस की ‘
- समाचार समिति सिन्हुआ के मुताबिक, दक्षिणी कोरियाई कम्पनी सैमसंग ने सभी छह महाद्वीपों उत्तरी अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, एशिया प्रशांत, लातिन अमेरिका, पूर्वी यूरोप, मध्यपूर्व और अफ्रीका में नोकिया को पहली बार मात देकर सबसे अधिक मोबाइल फ़ोन बेचे हैं।
- हिन्दुस्थान समाचार ' नामक हिन्दी की समाचार समिति की स्थापना की थी | अंग्रेजी की पी. टी. आई. और यू. एन. आई. के मुकाबले हिन्दी की समाचार समिति खड़ी करना उस समय बड़े साहस और सूझ-बूझ का काम था | देश के अनेक आदर्शवादी नौजवान उस समय बहुत कम वेतन लेकर ‘
- हिन्दुस्थान समाचार ' नामक हिन्दी की समाचार समिति की स्थापना की थी | अंग्रेजी की पी. टी. आई. और यू. एन. आई. के मुकाबले हिन्दी की समाचार समिति खड़ी करना उस समय बड़े साहस और सूझ-बूझ का काम था | देश के अनेक आदर्शवादी नौजवान उस समय बहुत कम वेतन लेकर ‘
- अगर नहीं तो हमारी भाषा विश्व-भाषा कैसे बनेगी? हमारे देश में आज तक कोई सम्पूर्ण समाचार समिति तक नहीं है | अंग्रेजी में चल हरही दो सामचार समितियॉं किसी तरह अपना काम धकाती हैं और उनकी खबरों का अनुवाद करना ही तथाकथित हिन्दी समाचार समितियों का स्थायी कार्यक्रम बन गया है | जब तक भारत मं हिन्दी की मौलिक सम्पूर्ण और सबल समाचार समिति नहीं बनेगी, भारत के अखबरों रेडियो और टी. वी. में सुधार नहीं होगा और जब तक वे विश्व-स्तर के नहीं बनेंगे, हिन्दी विश्व-भाषा कैसे बनेगी?
- अगर नहीं तो हमारी भाषा विश्व-भाषा कैसे बनेगी? हमारे देश में आज तक कोई सम्पूर्ण समाचार समिति तक नहीं है | अंग्रेजी में चल हरही दो सामचार समितियॉं किसी तरह अपना काम धकाती हैं और उनकी खबरों का अनुवाद करना ही तथाकथित हिन्दी समाचार समितियों का स्थायी कार्यक्रम बन गया है | जब तक भारत मं हिन्दी की मौलिक सम्पूर्ण और सबल समाचार समिति नहीं बनेगी, भारत के अखबरों रेडियो और टी. वी. में सुधार नहीं होगा और जब तक वे विश्व-स्तर के नहीं बनेंगे, हिन्दी विश्व-भाषा कैसे बनेगी?