वाराह अवतार sentence in Hindi
pronunciation: [ vaaraah avetaar ]
"वाराह अवतार" meaning in Hindi
Examples
- श्रावण शुक् ला छठ को वाराह अवतार माना जाता है, श्रावण शुक् ल चतुदर्शी को श्री चंद्रिका महोत् सव केवल कपूरों में होता है, वे अपनी कुलदेवी चंद्रिका की पूजा करते हैं।
- इन चित्रों में अनेक पौराणिक विषय नरसिंह अवतार, वाराह अवतार, शेष शैया पर विराजमान विष्णु और उनके पैर दबाती लक्ष्मी, उनके नाभि कमल से निकले कमल-पुष्प पर विराजे ब्रह्मा जी तथा हठयोग मुद्रा में लीन योगी अंकित हैं।
- विष्णु जी ने उसको दु: खी देखकर कहा कि हे वत्स, मथुरा में जाकर तुम मेरी वाराह अवतार मूर्ति की पूजा बरूथनी एकादशी का व्रत करके करों, इसके प्रभाव से तुम पुन: अंगों वाले हो जाओगें.
- ०१-रूपक कथाऍं वेद एवं उपनिषद् के अर्थ समझाने के लिए लिखी गईं ०२-सृष्टि की दार्शनिक भूमिका ०३ वाराह अवतार ०४ जल-प्लावन की गाथा ०५ देवासुर संग्राम की भूमिका ०६ अमृत-मंथन कथा की सार्थकता ०७ कच्छप अवतार ०८ शिव पुराण-कथा
- (घ) वाराह-अवतार का चित्रयहां वाराह अवतार को मृ-वाराह के रूप में दिखाया गया है, लेकिन वाराह कामुख सूकर का न होकर कुछ ऐसा है जो कि जैन चित्रों में हरिनैगमेश यक्ष केलिए प्रयुक्त होता है, बाकी शरीर मनुष्य का है, ऊपर के दाहिने हाथ मेंषटांग और बायें हाथ में त्रिशूल है.
- ०१-रूपक कथाऍं वेद एवं उपनिषद् के अर्थ समझाने के लिए लिखी गईं ०२-सृष्टि की दार्शनिक भूमिका ०३ वाराह अवतार ०४ जल-प्लावन की गाथा ०५ देवासुर संग्राम की भूमिका ०६ अमृत-मंथन कथा की सार्थकता ०७ कच्छप अवतार ०८ शिव पुराण-कथा ०९ हिरण्यकशिपु और प्रहलाद १० वामन अवतार और बलि
- ०१-रूपक कथाऍं वेद एवं उपनिषद् के अर्थ समझाने के लिए लिखी गईं ०२-सृष्टि की दार्शनिक भूमिका ०३ वाराह अवतार ०४ जल-प्लावन की गाथा ०५ देवासुर संग्राम की भूमिका ०६ अमृत-मंथन कथा की सार्थकता ०७ कच्छप अवतार ०८ शिव पुराण-कथा ०९ हिरण्यकशिपु और प्रहलाद १० वामन अवतार और बलि ११ राजा, क्षत्रिय, और पृथ्वी की कथा १२ गंगावतरण-भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्
- ०१-रूपक कथाऍं वेद एवं उपनिषद् के अर्थ समझाने के लिए लिखी गईं ०२-सृष्टि की दार्शनिक भूमिका ०३ वाराह अवतार ०४ जल-प्लावन की गाथा ०५ देवासुर संग्राम की भूमिका ०६ अमृत-मंथन कथा की सार्थकता ०७ कच्छप अवतार ०८ शिव पुराण-कथा ०९ हिरण्यकशिपु और प्रहलाद १० वामन अवतार और बलि ११ राजा, क्षत्रिय, और पृथ्वी की कथा १२ गंगावतरण-भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण कथा १३ परशुराम अवतार
- ०१-रूपक कथाऍं वेद एवं उपनिषद् के अर्थ समझाने के लिए लिखी गईं ०२-सृष्टि की दार्शनिक भूमिका ०३ वाराह अवतार ०४ जल-प्लावन की गाथा ०५ देवासुर संग्राम की भूमिका ०६ अमृत-मंथन कथा की सार्थकता ०७ कच्छप अवतार ०८ शिव पुराण-कथा ०९ हिरण्यकशिपु और प्रहलाद १० वामन अवतार और बलि ११ राजा, क्षत्रिय, और पृथ्वी की कथा १२ गंगावतरण-भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण कथा १३ परशुराम अवतार १४ त्रेता युग १५ राम कथा
- ०१-रूपक कथाऍं वेद एवं उपनिषद् के अर्थ समझाने के लिए लिखी गईं ०२-सृष्टि की दार्शनिक भूमिका ०३ वाराह अवतार ०४ जल-प्लावन की गाथा ०५ देवासुर संग्राम की भूमिका ०६ अमृत-मंथन कथा की सार्थकता ०७ कच्छप अवतार ०८ शिव पुराण-कथा ०९ हिरण्यकशिपु और प्रहलाद १० वामन अवतार और बलि ११ राजा, क्षत्रिय, और पृथ्वी की कथा १२ गंगावतरण-भारतीय पौराणिक इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण कथा १३ परशुराम अवतार १४ त्रेता युग १५ राम कथा १६ कृष्ण लीला १७ कृष्ण की सोलह हजार एक सौ रानियों १८ महाभारत में, कृष्ण की धर्म शिक्षा