राष्ट्र-समाज sentence in Hindi
pronunciation: [ raasetr-semaaj ]
"राष्ट्र-समाज" meaning in English
Examples
- उद्देश्य यह भी था कि हमारे छात्र-छात्राएँ अपनी युवावस्था में ही समाज के ऋण से उऋण होने का अभ्यास डालें और जिस राष्ट्र-समाज ने उनकी शिक्षा-दीक्षा में प्रत्यक्ष-परोक्ष, ज्ञात-अज्ञात सहायता की है, उस समाज की यत्किंचित् सेवा करके कृतज्ञता ज्ञापित करें ।
- अब यह बात स्पष्ट होती जा रही है वैश्वीकरण के सारे फायदे राष्ट्र-समाज के भद्र वर्ग को मिलते रहे हैं जिनके अधिकार में प्रमुख शक्तियां तथा साधन-संसाधन रहते आए हैं यथा राज-धन-ज्ञान-धर्म की शक्तियां, पूंजी, बाजार, तकनीकी, उच्च शिक्षा तथा अन्य सुविधाएं।
- उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में संघ कार्य का विस्तार करने के साथ ही उन्होने देश के बच्चों में राष्ट्र-समाज और भारतीय संस्कृति के प्रति जागृ्ति फैलाकर उत्तम गुणवत्ता वाली शिक्षा देने के लिये गोरखपुर में ही प्रथम सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना की.
- आज किसी ' नेता ' में ऐसा बोध नहीं है, न किसी समाज में है, न पूरे राष्ट्र-समाज में है ; सारा देश एक टुक्कडख़ोर जि़न्दगी जी रहा है-क्या राजनीति में, क्या संस्कृति में, क्या शिक्षा में, क्या धर्म में...
- अब यह बात स्पष्ट होती जा रही है वैश्वीकरण के सारे फायदे राष्ट्र-समाज के भद्र वर्ग को मिलते रहे हैं जिनके अधिकार में प्रमुख शक्तियां तथा साधन-संसाधन रहते आए हैं यथा राज-धन-ज्ञान-धर्म की शक्तियां, पूंजी, बाजार, तकनीकी, उच्च शिक्षा तथा अन्य सुविधाएं।
- इनमें से काफी लोग राष्ट्र-समाज की मुख्य धारा से अलग-थलग अपने पुरखों की परम्परा एवं रीति रिवाजों का संरक्षण करते हुए जीवन जीते चले आ रहे हैं और विकसित राष्ट्रीय, सामाजिक एवं सांस्कृतिक परिवेष को ये लोग बाहरी मानते हैं।' कुल मिलाकर ''किसी भू-भाग के ज्ञात प्राचीनतम निवासियों'' को मूलवासी कहना उचित होगा।
- इसमें सन्देह नहीं कि इस प्रस्ताव को हिन्दू समाज के समस्त मत-पंथों एवं सम्प्रदायों के धार्माचार्यों द्वारा एक स्वर से स्वीकृति दिया जाना इस देश के राष्ट्र-समाज के इतिहास में एक क्रान्तिकारी पग की संज्ञा दी जा सकती है क्योंकि यह घटना-क्रम एक विकृत परम्परा पर सच्ची धर्मभावना की विजय का स्वर्णिम क्षण था।
- सिनेमाई मानकों पर यह फिल्म भले कमजोर हो, लेकिन यह उस दौर की कुछ घटनाओं का विश्वसनीय दस्तावेज बनकर उभरती है जिसके भीतर मौजूदा बांग्लादेश में पाकिस्तान, ईरान और सउदी अरब के नैतिक और तकनीकी समर्थन से काम कर रहे इस्लामिक कट्टरपंथियों व अपने राष्ट्र-समाज में आस्था रखने वाली राष्ट्रवादी ताकतों के बीच चल रहे संघर्ष के बीज मौजूद थे।