मीठा नीम sentence in Hindi
pronunciation: [ mithaa nim ]
"मीठा नीम" meaning in English "मीठा नीम" meaning in Hindi
Examples
- तयारी: अदरक और हरी मिर्च को पतली काटना है | प्याज को लम्बा लम्बा काटना चाहिए | एक कड़ाई में तेल को गरम करना हैं | उसमें रइए, मिर्ची टुकड़े, मीठा नीम डालके
- सामग्री: मूंग दाल-2 कटोरी उरद दाल-4 चाय चम्मच दही-1 छोटी कटोरी नमक-स्वादानुसार इनो-1 चाय चम्मच अदरख-हरी मिर्च का पेस्ट-2 चम्मच मीठा नीम पती (
- सामग्री: मूंग दाल-1 कटोरी चना दाल-1 कटोरी मसूर दाल-1 कटोरी उरद दाल-4 चाय चम्मच दही 1-छोटी कटोरी नमक-स्वादानुसार इनो-1 चाय चम्मच अदरख,हरी मिर्च का पेस्ट-2 चम्मच मीठा नीम पती (
- क्लब अध्यक्ष बी. एल. मेहता ने बताया नगर कि विभिन्न चौराहों दुगार्नसरी, सेवाश्रम, देवेन्द्र धाम व फतहपुरा चौराहे पर प्रति व्यक्ति एक पौधा योजनान्तर्गत जनता को पीपल, पपीता, मीठा नीम, शीशम, तुलसी सहित विभिन्न किस्मों के पौधे प्रदान किये गये।
- वृक्षारोपण कार्यक्रम के अन्तर्गत उपरोक्त सभी गणमान्य सदस्यों के साथ-साथ रोटेरियन मदन बांगा, रोटेरियन नितिन भाटिया, रोटेरियन अनिल गुप्ता, रोटेरियन संजय नन्दा एवं विश्वविद्यालय के रजिस्टार ए 0 के 0 सिंह ने कदम्ब, मीठा नीम, गुलमोहर, अशोक इत्यादि पौधें का रोपण किया।
- सामग्री: 500 ग्राम मछली, 2-3 बड़े प्याज (बारीक कटे हुए), 1 चम्मच पिसी लाल मिर्च, पाव चम्मच पिसी हल्दी, 1 चम्मच खड़ा धनिया, 1 लहसुन की कली, 1 टुकड़ा अदरक, राई-जीरा एक चम्मच एवं मीठा नीम 4-5 पत्ता (बघार के लिए), आधा चम्मच पिसी काली मिर्च, स्वादानुसार नमक।
- 2 मिनुट के बाद हरी मिर्ची काटके कड़ी में डालिए | उसके बाद मीठा नीम मिलाईये | अब स्टोव बंद करिए | पका हुआ चावल कुकरसे निकालिए | आधा चावल कड़ाई में डालिए और बाकी आधा चावल बड़ा कटोरा में डालिए | कटोरी में चावल अछी तरह मिलाईये फिर यह चावल बड़ा कटोरा में मिलाईये | 2 मिनुट के लिए बड़ा कटोरा में चावल खूब मिलाईये और अब आपके हाथ से पकाया गया निम्बू चावल खाने के लिए तयार है |
- पेड़-पौधों और प्रकृति के प्रति व्यक्ति के इनहरेंट या अन्तर्निहित खिंचाव को दर्शाती इस संग्रह की एक बड़ी प्यारी कविता है ' किराए का मकान ' जहां मकान और उसके विविध कमरों व किचन आदि की संरचना के बजाय मकान के दायरे में शामिल अमरूदों से लदा पेड़, मोंगरे, रातरानी, रजनीगंधा, मीठा नीम, पुदीना और बारहमासी मुनगा अधिक महत्वपूर्ण हो उठते हैं और तब कवि को महसूस होता है जैसे-'' मुझे लगातार / महसूस हो रहा था / मैं मका नहीं / खुशियां ले रहा हूं किराए पर ''