मादन sentence in Hindi
pronunciation: [ maaden ]
"मादन" meaning in English "मादन" meaning in Hindi
Examples
- मकान मालिक ने की थी बढ़ई की हत्या मादन में बढ़ई की गला दबाकर हत्या करने के बाद शव जलाने का मामला क्राइम ब्रांच की टीम ने सुलझा लिया।
- मादन में किसी एक प्रकार के सम्भोग में समस्त सम्भोग वैचित्री का एक साथ सुखानुभव होता है, और सम्भोग वैचित्री के सुखानुभव के साथ नानाविध वियोग जनित भाव का भी अनुभव होता है।
- निर्माता निर्देशक अभिनेता बिट्ठलदास पांचोटिया के अनुसार 1935 में उन्होंने सबसे पहले मादन थियेटर कलकत्ता द्वारा निर्मित फ़िल्म गैबी गोला में पहली बार अल्लाह रख्खी को बाल कलाकार यानी बेबी नूरजहां के रूप में पेश किया।
- पाली विकासखंड के ग्राम पंचायत अलगीडांड के प्राथमिक शाला बगधरीडांड में अहाता निर्माण के लिए 5. 65 लाख रूपये तथा ग्राम पंचायत मादन के माध्यमिक शाला में अहाता निर्माण के लिए 5.65 लाख रूपये मंजूर किये गये हैं।
- इस ज्योतिलिंग के विषय में एक-दूसरी कथा इस प्रकार कही जाती है-जब रावण का वध करके भगवान श्री राम लौट रहे थे तब उन्होंने अपना पहला पड़ाव समुद्र के इस पार गंध मादन पर्वत पर डाला था।
- हालांकि इससे पूर्व कोलकाता तब कलकत्ता की फिल्म कंपनी मादन थिएटर्स ने चार फरवरी 1931 को एंपायर सिनेमा (मुंबई) में दो लघु फिल्में दिखाई थी, लेकिन इस फिल्म में कहानी को छोड़कर नृत्य और संगीत के दृश्य थे।
- पहली फिल्म बनायी महाराष्ट्री दादा फाल्के साहब ने, इसके बाद में मादन आये वो भी मराठी, प्रभात के बाबूराव पेन्टर मराठी, बोम्बे टाकीज के हिमान्शु राय बंगाली, फिलिम्स्तान के सारे कामगार बंगाली, राजकपूर दिलीप, देव, से लेकर राजेन्द्र कुमार तक सारे हीरो पंजाबी.
- जिस प्रकार स्वयं भगवान श्रीकृष्ण के आविर्भाव के समय अनन्त रस-वैचित्री के प्रकाश-स्वरूप अनन्त भगवत-स्वरूप उनके भीतर आविर्भूत होते हैं, उसी प्रकार स्वयं प्रेम रूप मादन के उदय होने पर समस्त प्रेम-वैचित्री और समस्त कान्ताभाव-वैचित्री एक हसाथ उल्लसित और तरंगायित होती है।
- तो कृष्ण भाव में स्वयम को पूर्णत: विसर्जित करने के लिए ही होती है महाभावावस्था या कृष्ण रसावस्था में पूर्ण रुपेण अधिष्ठित होना ही अद्वय भाव की विलक्षण स्थिति है! “ महाभाव कीजो पराकाष्ठा है, अर्थात मादन भाव वही अल्ह्यादिनी शक्ति स्वरूप श्रीराधा तत्व है इस अवस्था में भगवान् से विच्छेद चिर काल के लिए लुप्त हो जाता है एवं प्रत्येक क्षणो में नित्य लीला का विकास हुआ करता है!