प्राकृत व्याकरण sentence in Hindi
pronunciation: [ peraakerit veyaakern ]
Examples
- इस प्रकार हेमचंद्र के अनुसार संस्कृत के तत्सम और प्राकृत व्याकरण के ध्वनिपरिवर्तन नियमों के आधार पर बने तद्भव शब्दों से इतर अपरिज्ञात व्युत्पत्तिक शब्द देशी हैं।
- प्राचीन प्राकृत व्याकरणों में-जैसे चंडकृत प्राकृतलक्षण, वररुचि कृत प्राकृतप्रकाश, हेमचंद्र कृत प्राकृत व्याकरण एवं त्रिविक्रम, शुभचँद्र आदि के व्याकरणों में-महाराष्ट्री का नामोल्लेख नहीं पाया जाता।
- आठ सर्गो का एक काव्य है जिसमें कर्ता के समकालीन गुजरात के राजा कुमारपाल के चरित्रवर्णन के साथ साथ कवि ने अपने प्राकृत व्याकरण के नियमों को उसी क्रम से उदाहृत किया है।
- ' ' प्राकृत व्याकरण और संस्कृत के दृश्यकाव्य समूह में मागधाी नाम से प्रसिध्द एक प्राकृत भाषा पाई जाती है, आलोच्य पाली से यह भाषा इतनी अधिाक विभिन्न है, कि दोनों की भिन्नता उनके देखते ही प्रकट हो जाती है।
- उन्होंने कई प्राचीन प्राकृत भाषा के व्यकरणों के आधार पर नवीन प्राकृत व्याकरण बनाया है जिसमे नियम लिखा है कि संस्कृत ' ज्ञ' का 'ज' प्राकृत में विकल्प से हो जाता है और इसी भांति 'त' के स्थान पर 'ट' हो जाता है.
- उन्होंने कई प्राचीन प्राकृत भाषा के व्याकरणों के आधार पर नविन प्राकृत व्याकरण बनाया है जिसमे नियम लिखा है कि संस्कृत ' ज्ञ' का 'ज' प्राकृत में विकल्प से हो जाता है और इसी भांति 'त' के स्थान पर 'ट' हो जाता है।
- पूर्व प्राकृत व्याकरण के उद्भव तथा उसके विखंडन के समय से भारतीय आर्यों की मूल भाषा परिवार के रूप में बोली जाने वाली ये भाषाएं अपने तीन हजार वर्षों के कालक्रम में हजारों गैर आर्य या गैर संस्कृत प्राकृत परिवार के शब्दों को अपने आप में समाती गई हैं।
- पूर्व प्राकृत व्याकरण के उद्भव तथा उसके विखंडन के समय से भारतीय आर्यों की मूल भाषा परिवार के रूप में बोली जाने वाली ये भाषाएं अपने तीन हजार वर्षों के कालक्रम में हजारों गैर आर्य या गैर संस्कृत प्राकृत परिवार के शब्दों को अपने आप में समाती गई हैं।
- उन्होंने कई प्राचीन प्राकृत भाषा के व्यकरणों के आधार पर नवीन प्राकृत व्याकरण बनाया है जिसमे नियम लिखा है कि संस्कृत ' ज्ञ ' का ' ज ' प्राकृत में विकल्प से हो जाता है और इसी भांति ' त ' के स्थान पर ' ट ' हो जाता है.