प्रभुदत्त ब्रह्मचारी sentence in Hindi
pronunciation: [ perbhudett berhemchaari ]
Examples
- गौरक्षा आंदोलन के प्रणेता संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी महाराज का आठ दिवसीय स्मृति और होली मिलन महोत्सव गौरानगर स्थित भावना साधना आश्रम में धार्मिक कार्यक्रमों के साथ शुरू हो गया है।
- जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निरंजनदेव तीर्थ ने ७२ दिन, संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी ने ६५ दिन, आचार्य श्री धर्मेन्द्र महाराज ने ५२ दिन और जैन मुनि सुशील कुमार जी ने ४ दिन अनशन किया.
- आरम्भिक विद्यालयी शिक्षा के पश्चात इन्होंने हरिद्वार, अम्बाला में सनातन धर्म संस्कृत कॉलेज, वृंदावन में बंशीवट में श्री प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी के आश्रम एवं वाराणसीसमेत देश के विभिन्न स्थानों पर वेदों एवं धर्मशास्त्रों की दीक्षा ली।
- जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निरंजनदेव तीर्थ ने ७ २ दिन, संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी ने ६ ५ दिन, आचार्य श्री धर्मेन्द्र महाराज ने ५ २ दिन और जैन मुनि सुशील कुमार जी ने ४ दिन अनशन किया.
- संसद के समक्ष लाखों गोभक्तों की भीड़ पर कांग्रेसी सरकार ने गोलियां चलवाकर अनेक गोभक्तों का खून बहाया, गोहत्या तथा गोभक्तों के नरसंहार के विरुद्ध पुरी के शंकराचार्य स्वामी निरंजनदेव तीर्थ, सन्त प्रभुदत्त ब्रह्मचारी तथा महात्मा वीर महाराज ने अनशन किये।
- श्री प्रभुदत्त ब्रह्मचारी तथा पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी निरंजनदेव तीर्थ तथा महात्मा रामचन्द्र वीर के आमरण अनशन ने आन्दोलन में प्राण फूंक दिये थे किन्तु जनसंघ इसका प्रारम्भ से अपने राजनैतिक लाभ के लिये एक हथियार के रूप में प्रयोग कर रहा था ।
- श्री संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी तथा पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी निरंजनदेव तीर्थ तथा महात्मा रामचन्द्र वीर के आमरण अनशन ने आन्दोलन में प्राण फूंक दिये थे किन्तु जनसंघ इसका प्रारम्भ से अपने राजनैतिक लाभ के लिये एक हथियार के रूप में प्रयोग कर रहा था ।
- श्री संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी तथा पुरी के जगद् गुरु शंकराचार्य श्री स्वामी निरंजनदेव तीर्थ तथा महात्मा रामचन्द्र वीर के आमरण अनशन ने आन्दोलन में प्राण फूंक दिये थे किन्तु जनसंघ इसका प्रारम्भ से अपने राजनैतिक लाभ के लिये एक हथियार के रूप में प्रयोग कर रहा था ।
- गोलवलकर जी (श्री गुरुजी), भाई हनुमानप्रसाद पोद्दार, लाला हरदेवसहाय, महन्त दिग्विजयनाथ जी, सेठ विशनचन्द्र, संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी, स्वामी करपात्री जी जैसी विभूतियॉं महात्मा वीर जी के त्याग-तपस्यामय जीवन तथा गाय और हिन्दुत्व की रक्षा के लिए किए गए संघर्ष के कारण उनके प्रति आदर भावना रखते थे।
- आपके वृहद् आयोजनों में परम विरक्त वीतरागी सन्त वामदेव जी महाराज (वर्तमान में ब्रह्मलीन) गो रक्षा के लिये समर्पित सन्त प्रभुदत्त ब्रह्मचारी जी (वर्तमान में ब्रह्मलीन) ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी विष्णुदेवानन्द सरस्वती (वर्तमान में ब्रह्मलीन) गोरक्षपीठाधीश्वर पूज्य महन्त श्री अवेद्यनाथ जी महाराज, निवृत्त शंकराचार्य, महामण्डलेश्वर स्वामी श्री सत्यमित्रानन्द गिरि जी महाराज, पूज्य स्वामी श्री चिन्मयानन्द सरस्वती जी महाराज सहित अयोध्या, वाराणसी, वृन्दावन, नैमिषारण्य, हरिद्वार आदि तीर्थ स्थलों के अनेक ख्यातिलब्ध सन्त महापुरुषों का आगमन एवं उन सभी का आशीर्वाद तथा क्षेत्र की जनता को धार्मिक, आध्यात्मिक तथा समाजिक उद्बोधन व मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।