पद्मसिंह शर्मा sentence in Hindi
pronunciation: [ pedmesinh shermaa ]
Examples
- श्री. पद्मसिंह शर्मा ‘ कमलेश ', श्री. रांगेय राघव, डा. रामविलास शर्मा आदि से मिलने, सन् 1946 के आसपास, आगरा कभी-कभी चला जाता था।
- तू मोहन कैं उर बसी, ह्वै उरबसी समान बिहारी के बहुत से दोहे ' आर्यासप्तशती ' और ' गाथासप्तशती ' की छाया लेकर बने हैं, इस बात को पं. पद्मसिंह शर्मा ने विस्तार से दिखाया है।
- इसी से मैंने और मेरे पीर पंडित पद्मसिंह शर्मा ने भी ‘ मतवाला ' को उतना नहीं कोसा, जिसमें ये सारी चाकलेटी रचनाएँ छपी हैं, क् योंकि हम तो केवल सरकश ‘ उग्र ' का सिर चाहते हैं।
- अयोध् या सिंह उपाध् याय हरिऔध, मैथिलीशरण गुप् त, महादेवी वर्मा, रायकृष् ण दास, भगवती चरण वर्मा, पद्मसिंह शर्मा, रूपनारायण पांडेय, जी. पी. श्रीवास् तव, ज् वालादत् त शर्मा, रामप्रसाद त्रिपाठी तथा अवध उपाध् याय आदि।
- अन्य कवियों में गुरुभक्त सिंह ' भक्त ', श्यामनारायण पांडेय, विद्यावती ' कोकिल ', सुमित्राकुमारी सिन्हा, आरसी प्रसाद सिंह, गोपालशरण सिंह ' नेपाली ', अनूप शर्मा, हरिकृष्ण प्रेमी, पद्मसिंह शर्मा ' कमलेश ', बालकृष्ण राव, हंसकुमार तिवारी, रमानाथ अवस्थी आदि हैं।
- इनमें अयोध् या सिंह उपाध् याय ‘ हरिऔध ', मैथिलीशरण गुप् त, महादेवी वर्मा, रायकृष् ण दास, भगवती चरण वर्मा, पद्मसिंह शर्मा, रूप नारायण पांडेय, जी. पी. श्रीवास् तव, ज् वालादत् त शर्मा, राम प्रसाद त्रिपाठी तथा अवध उपाध् याय शामिल हैं।
- एक बार जब डॉ. पद्मसिंह शर्मा ‘कमलेश' मुम्बई के वयोवृद्ध हिन्दी पत्राकार तथा नाटककार हरिकृष्ण जौहर से साक्षात्कार लेने हेतु उनके आवास पर पहुँचे तो श्री कृष्ण जौहर ने गद्गद् होकर कहा था: ‘‘मेरे जीवन के अंतिम दिनों में आज, आप मेरी साहित्य साधना के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए आने वाले एक मात्रसज्जन हैं।
- एक बार जब डॉ. पद्मसिंह शर्मा ‘ कमलेश ' मुम्बई के वयोवृद्ध हिन्दी पत्राकार तथा नाटककार हरिकृष्ण जौहर से साक्षात्कार लेने हेतु उनके आवास पर पहुँचे तो श्री कृष्ण जौहर ने गद्गद् होकर कहा था: ‘‘ मेरे जीवन के अंतिम दिनों में आज, आप मेरी साहित्य साधना के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए आने वाले एक मात्रसज्जन हैं।
- न जाननेवाली जनता भले ही तुम् हारे रौब में आ जाए पर वह तो खूब अच् छी तरह जानता है (और वही क् यों, सभी विविधभाषाभिज्ञ विद्वान साहित्यिज्ञ जानते होंगे) कि तुम् हारे ये उदाहरण, तुम् हारी बहुज्ञता के सूचक नहीं, हजरत ‘ आजाद ' और पं. पद्मसिंह शर्मा के खजानों के चुराये हुए सिक् के हैं!
- पद्मसिंह शर्मा, ग़ज़लकार दुष्यंत कुमार, कुर्रत उल ऐन हैदर, निश्तर ख़ानक़ाही, रामगोपाल विद्यालंकार, हरिदत्त शर्मा, फतहचंद शर्मा आराधक, पत्रकार बाबूसिंह चौहान, शायर चंद्रप्रकाश जौहर, व्यंग्यकार रवींद्रनाथ त्यागी, कथाकार एवं पत्रकार डॉ. महावीर अधिकारी, डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल, इसके अतिरिक्त फ़िल्म निर्माता प्रकाश मेहरा, राजनीतिज्ञ चरन सिंह, अभिनेता विशाल भारद्वाज, फुटबॉल खिलाड़ी हरपाल सिंह और स्वतंत्रता सेनानी बख़्तखान रुहेला का जन्म भी बिजनौर में हुआ था।