नैमिषारण्य तीर्थ sentence in Hindi
pronunciation: [ naimisaareny tireth ]
Examples
- हिन्दुओं के प्रमुख मंदिरों में हनुमान सेतु मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, अलीगंज का हनुमान मंदिर, भूतनाथ मंदिर, इंदिरानगर, चंद्रिका देवी मंदिर, नैमिषारण्य तीर्थ और रामकृष्ण मठ, निरालानगर हैं।
- नैमिषारण्य तीर्थ में शौनकादिक अठ्ठासी हजार ऋषियों ने पुराणवेत्ता श्री सूतजी से पूछा-हे सूतजी! इस कलियुग में वेद-विद्यारहित मनुष्यों को प्रभु भक्ति किस प्रकार मिलेगी तथा उनका उद्धार कैसे होगा?
- हिन्दुओं के प्रमुख मंदिरों में हनुमान सेतु मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, अलीगंज का हनुमान मंदिर, भूतनाथ मंदिर, इंदिरानगर, चंद्रिका देवी मंदिर, नैमिषारण्य तीर्थ अउर रामकृष्ण मठ, निरालानगर बा।
- सिरसा (अमित जैन/मनोज अरोडा) श्री सनातन धर्म सभा सिरसा के तत्वाधान में आयोजित श्री मद्भागवत सप्ताह ज्ञानमहायज्ञ के तृतीय दिवस के प्रथम सत्र को सम्बोधित करते हुए नैमिषारण्य तीर्थ से पधारे पूज्यपाद दण्डी स्वामी डा.
- मजे की बात ये है कि-रावण की झोंपङी में ये आग लगाकर शूर्पनखा मानों उसकी बरबादी के प्रति पूर्ण निश्चित भाव से टाटा बाय बाय करती हुयी नैमिषारण्य तीर्थ में तप करने चली गयी ।
- सुरर्षये यथैवाह तच्छृणुध्वं समाहिताः ॥3॥ श्री व्यासजी ने कहा-एक समय नैमिषारण्य तीर्थ में शौनक आदि हजारों ऋषि-मुनियों ने पुराणों के महाज्ञानी श्री सूतजी से पूछा कि वह व्रत-तप कौन सा है, जिसके करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है।
- पवित्र गोमती नदी के किनारे बसी पुण्य भूमि नैमिषारण्य तीर्थ में अखिल भारतीय श्री माथुर चतुर्वेदी महासभा के 31 वाँ राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन हनुमान गढ़ी के नव निर्मित सभागार में 13 व 14 जून 2009 को आयोजित किया गया।
- सुरर्षये यथैवाह तच्छृणुध्वं समाहिताः ॥3 ॥ श्री व्यासजी ने कहा-एक समय नैमिषारण्य तीर्थ में शौनक आदि हजारों ऋषि-मुनियों ने पुराणों के महाज्ञानी श्री सूतजी से पूछा कि वह व्रत-तप कौन सा है, जिसके करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है।
- व्यास जी ने कहा-एक समय नैमिषारण्य तीर्थ में शौनकादिक अट्ठासी हजार ऋषियो ने पुराणवेत्ता श्री सूतजी से पूछा-हे सूतजी! इस कलियुग में वेद-विद्या-रहित मनुष्यों को प्रभु भक्ति किस प्रकार मिलेगी तथा उनका उद्धार कैसे होगा?
- इस ब्राह्मण को दुःखी देख Fri, 29 Feb 2008 05:50:05 GMT http://hindi.webdunia.com/religion/occasion/satyanarayana/0802/29/1080229017_1.htm प्रथमोऽध्यायः (संस्कृत में) http://hindi.webdunia.com/religion/occasion/satyanarayana/0802/22/1080222052_1.htm एक समय नैमिषारण्य तीर्थ में शौनक आदि हजारों ऋषि-मुनियों ने पुराणों के महाज्ञानी श्री सूतजी से पूछा कि वह व्रत-तप कौन सा है, जिसके करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है।