नीतिसार sentence in Hindi
pronunciation: [ nitisaar ]
Examples
- परंतु इनका थोड़े में, पर सुन्दर ढंग से विवरण शुक्राचार्य के ' नीतिसार ' नामक ग्रन्थ के चौथे अध्याय के तीसरे प्रकरण में मिलता है।
- कार्मदक नीतिसार (द्वितीय 15) (शुक्रनीति, प्रथम, 14) और महाभारत (शांतिदृ, 15-8) की परिभाषा के अनुसार अपराधों का दमन (दम) ही दंड अथवा “ नीति ” कहलाता है।
- ‘ नीतिसार ' के कर्ता कामन्दक ने भी घटना की पुष्टि करते हुए लिखा है: ‘‘ इन्द्र के समान शक्तिशाली आचार्य विष्णुगुप्त ने अकेले ही वज्र-सदृश अपनी मन्त्र-शक्ति द्वारा पर्वत-तुल्य महाराज नन्द का नाश कर दिया और उसके स्थान पर मनुष्यों में चन्द्रमा के समान चन्द्रगुप्त को पृथ्वी के शासन पर अधिष्ठित किया।
- इनमें कवि-कुलगुरू कालिदास, प्रकांड ज्योतिषी वराह मिहिर, आयुर्वेद के सर्वोपरि आचार्य धनवंतरी, वैयाकरण वरूरूचि, अमरकोष के रचयिता ओर बौध्द धर्म के आचार्य अमर सिंह, नीतिसार ग्रंथ के रचयिता घट कर्पर, ज्योतिष के विद्वान क्षपणक, तंत्र साधन और बैताल कथाओ के नाम से जनश्रुतियों में लोकप्रिय बैताल भट्ट और शबर स्वामी के पुत्र शंकु का उल्लेख मिलता है।
- श्रीमद्भागवत के टीकाकार श्रीधरस्वामी ने भी ' भागवत ' के दशम स्कन्ध के 45 वें अध्याय के 64 वें श्लोक की टीका में प्राय: दूसरे प्रकार की कलाओं का नामनिर्देश किया है ; किंतु शुक्राचार्य ने अपने ' नीतिसार ' में जिन कलाओं का विवरण दिया है, उनमें कुछ तो उपर्युक्त कलाओं से मिलती हैं, पर बाकी सभी भिन्न हैं।
- इनमें कवि-कुलगुरू कालिदास, प्रकांड ज्योतिषी वराह मिहिर, आयुर्वेद के सर्वोपरि आचार्य धनवंतरी, वैयाकरण वरूरूचि, अमरकोष के रचयिता ओर बौध्द धर्म के आचार्य अमर सिंह, नीतिसार ग्रंथ के रचयिता घट कर्पर, ज्योतिष के विद्वान क्षपणक, तंत्र साधन और बैताल कथाओ के नाम से जनश्रुतियों में लोकप्रिय बैताल भट्ट और शबर स्वामी के पुत्र शंकु का उल्लेख मिलता है।
- कामन्द नीति सार में विस्तार से बताया है कि मंत्रियों को, कटुभाषण, कठोर दंण्ड, लोभ, मदिरापान, परनारी / परपुरूष संबंध, शिकार जुआ आलस्य, अकड़, अभिमान, प्रभाव और कलह प्रियता इन व्यसनों से दूर रहना चाहिए तभी वह देश का समाज का जनता का हित कर सकता है और कामन्दक नीतिसार में यह भी बतलाया गया है कि मंत्री बनाते समय, निर्भीकता, लोकप्रियता, प्रतिभा, वाकपटुता, सत्यवादिता और क्षुद्रता का अभाव जैसे गुण देख लेने चाहिये।