दूर का राही sentence in Hindi
pronunciation: [ dur kaa raahi ]
Examples
- बतौर निर्माता चलती का नाम गाड़ी (1958), झुमरू (1961), दूर का राही (1971), बढ़ती का नाम दाढ़ी (1974) और शाब्बाश डैडी (1978) का निर्माण किया।
- कृपया किशोर दा की फ़िल्म ' ' दूर का राही '' के गाने कहीं से ढूंढ निकालें, विडियो हो तो और अच्छा. आप मेरे ब्लॉग chitrageet. blogspot. com पर आए और कमेन्ट दिया, उसके लिए धन्यवा द.
- निर्देशन के अलावा उन्होनें कई फिल्मों मे संगीत भी दिया जिनमें ‘ झुमरू ', ‘ दूर गगन की छांव में ', ‘ दूर का राही ', ‘ जमीन आसमान ' और ‘ ममता की छांव में ' जैसी फिल्में शामिल हैं।
- लता जी और आशा जी को छोड़ कर अन्य गायिकाओं के साथ गाए उनके गीत सुनवाए-सुलक्षणा पंडित के साथ दूर का राही फिल्म से, आरती मुखर्जी के साथ तपस्या फिल्म से, अनुराधा पौडवाल के साथ बदलते रिश्ते फिल्म से और अलका याज्ञिक के साथ कामचोर फिल्म से।
- उनके निर्माण-निर्देशन में बनी कुछ फिल्में हैं-' दूर का राही ', ' दूर गगन कि छांव में ', ' झुमरू ', ' चलती का नाम गाड़ी ', ' बढ़ती का नाम दाढ़ी ', ' दूर वादियों में कहीं ', ' लुकु चोरी ' (बांग्ला)...
- किशोर कुमार ने 1964 में फिल्म दूर गगन की छांव में के जरिये निर्देशन के क्षेत्र मे कदम रखने के बाद हम दो डाकू (1967), दूर का राही (1972), बढ़ती का नाम दाढ़ी (1974), शाबास डैडी (1979), दूर वादियों में कही (1980), चलती का नाम जिंदगी (1982), ममता की छांव में (1982) जैसी कई फिल्मों को निर्देशित भी किया।
- चाहे वह हेमन्त कुमार का गाया “ फिर भी चला जाये दूर का राही ” हो, या किशोर दा की ही आवाज़ में “ जीवन से ना हार ओ जीनेवाले ”, या फिर सुलक्षणा पंडित और किशोर दा की युगल स्वरों में इस फ़िल्म का सब से प्यारा गीत “ बेक़रार दिल तू गाये जा ख़ुशियों से भरे वो तरानें ” ।
- किशोर कुमार ने 1964 मे फिल्म ‘ दूर गगन की छांव में ' के जरिये निर्देशन के क्षेत्र मे कदम रखने के बाद ‘ हम दो डाकू ', ‘ दूर का राही ', ‘ बढ़ती का नाम दाढ़ी ', ‘ शाबाश डैडी ', ‘ दूर वादियो में कहीं ', ‘ चलती का नाम जिंदगी ' और ‘ ममता की छांव में ' जैसी कई फिल्मों का निर्देशन भी किया।
- किशोर कुमार ने 1964 मे फिल्म ' दूर गगन की छांव मे ' के जरिए निर्देशन के क्षेत्र मे कदम रखने के बाद ' हम दो डाकू ', ' दूर का राही ', ' बढ़ती का नाम दाढ़ी ', ' शाबास डैडी ', ' दूर वादियो मे कहीं ', ' चलती का नाम जिंदगी ' और ' ममता की छांव में ' जैसी कई फिल्मों का निर्देशन भी किया.