तैत्तिरीय संहिता sentence in Hindi
pronunciation: [ taitetiriy senhitaa ]
Examples
- तैत्तिरीय संहिता [215] एवं तैत्तिरीय ब्राह्मण[216] से प्रकट होता है कि पिता, पितामह एवं प्रपितामह तीन स्व-सम्बन्धी पूर्वपुरुषों का श्राद्ध किया जाता है।
- जैसा कि पहले कहा जा चुका है कि तैत्तिरीय संहिता में स्पष्ट रूप से स्त्री को ‘ अदायादी ‘ कहा गया है।
- ऋग्वेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद, तैत्तिरीय संहिता एवं निरुवतादि मंत्र शास्त्रीय ग्रंथों में त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ।
- तैत्तिरीय संहिता के १ । १ । १ ० ‘ सुप्रजसस्त्वा वयं ' आदि मन्ज्ञत्रों को स्त्र द्वारा बुलवाने का आदेश है।
- तैत्तिरीय संहिता ' में लिखा है, “ सूर्य रश्मिश्चन्द्रमा गंधर्व ” अर्थात् चन्द्रमा का गंधर्व सूर्य के प्रकाश से चमकता है।
- फलत: प्रथमत: उन्होंने अपनी तैत्तिरीय संहिता और तत्संबद्ध ब्राह्मण आरण्यक का भाष्य लिखा, अनंतर उन्होंने ऋग्वेद का भाष्य बनाया।
- तैत्तिरीय संहिता में कहा गया है सृष्टि सर्वत्र जल में रहने पर सृष्टि की शुरुआत में जो तर गए वे तारे हैं!
- (1) तैत्तिरीय संहिता (कृष्णयजुर्वेद की) (2) ऋकृ, (3) साम, (4) कण्व (शुक्लयजुर्वेदीय) तथा (5) अथर्व-इन वैदिक संहिताओं का भाष्य सायण की महत्वपूर्ण रचना है।
- तैत्तिरीय संहिता में भी ऋक् (ऋग्वेद), सामन् (सामवेद), यजु: (यजुर्वेद) का ही उल्लेख है ।
- तैत्तिरीय संहिता [78] में आया है-'देवों एवं मनुष्यों ने दिशाओं को बाँट लिया, देवों ने पूर्व लिया, पितरों ने दक्षिण, मनुष्यों ने पश्चिम एवं रुद्रों ने उत्तर।'