टी एस एलियट sentence in Hindi
pronunciation: [ ti es eliyet ]
Examples
- शमशेर इन बिंबों में न तो बिंबवादी कवियों की तरह और न ही डब्ल्यू बी येटस या टी एस एलियट या अज्ञेय, यहां तक कि अपने सहचर मित्र मुक्तिबोध की तरह भी किसी तरह का प्रतीकार्थ भरते हैं।
- गांधी जी के बनने में उस दौर की बहुत सी रचनाओं का भी योगदान था, पश्चिम में भी भौतिकवादी सभ्यता की तीव्र आलोचना हो रही थी, उसी आलोचना का प्रतिफलन बाद में टी एस एलियट के “वेस्टलैंड” में हुआ और आज़ादी के बाद शुरू के दशकों में हमारे यहां के
- मुक्तिबोध ने टी एस एलियट और एजरा पाउंड और हक्सले के बारे में लिखा: टी एस एलियट, इशरवुड, एल्डूज हक्सले को अपनी जर्जर आत्माओं की समस्याओ का हल गिरजाघर तथा वेदांत में ही दीखा और उन्हीं की मनोवृत्तिवाला कवि एजरा पाउंड अंत में राजनैतिक क्षेत्र में भी घनघोर फासिस्ट हो गया ।
- मुक्तिबोध ने टी एस एलियट और एजरा पाउंड और हक्सले के बारे में लिखा: टी एस एलियट, इशरवुड, एल्डूज हक्सले को अपनी जर्जर आत्माओं की समस्याओ का हल गिरजाघर तथा वेदांत में ही दीखा और उन्हीं की मनोवृत्तिवाला कवि एजरा पाउंड अंत में राजनैतिक क्षेत्र में भी घनघोर फासिस्ट हो गया ।
- उन दिनों सांस्कृतिक संकट की बात आम थी, सभी जानते हैं कि टी एस एलियट की कविता द वेस्टलैंड इसी संकट की थीम लेकर रची गयी थी, और एलियट उस संकट से मुक्ति अतीत में और खासकर भारतीय उपनिषदों में दी गयी सीख ‘ दा, दमयति, दयाध्वाम् ' में तलाश कर रहे थे ।
- चाहे वे अंग्रेजी भाषा के इतिहास का विवेचन कर रहे हों, शैक्सपीयर के नाटकों के अविस्मरणीय दृष्यों का बड़े मनोयोग से वाचन कर रहे हों, या फिर टी एस एलियट के बेस्ट लैण्ड का एक बहते झरने की तरह अवबोधन करा रहे हों, वे इस बात का ध्यान रखते थे कि विषय की सीमा रेखा को लाँघ ना जाएँ।
- गांधी जी के बनने में उस दौर की बहुत सी रचनाओं का भी योगदान था, पश्चिम में भी भौतिकवादी सभ्यता की तीव्र आलोचना हो रही थी, उसी आलोचना का प्रतिफलन बाद में टी एस एलियट के “ वेस्टलैंड ” में हुआ और आज़ादी के बाद शुरू के दशकों में हमारे यहां के “ आधुनिकतावादी ” रचनाकारों ने भी वही परिप्रेक्ष्य अपनाया।
- स्वस्थ विवाद प्रमाणों पर आधारित होता है, उससे हम सब की चेतना का विकास होता है, आधारहीन कुतर्क पर आधारित आरोप लेखक की अपनी ही भद्द पिटवाते हैं, ऐसे में टी एस एलियट की कविता, ' द वेस्टलैंड ' जिसमें यूरोप के सांस्कृतिक पतन का रुदन है की अंतिम पंक्तियों का जाप ही किया जा सकता है: ' ओम शांति: ओम शांति: ओम शांति: ' ।
- वे कविताएं मेरे लिए बहुत बहुत दुरूह थीं, मैंने उस समय के सबसे दुरूह माने जाने वाले कवि मुक्तिबोध की कविताओं के भाव और संवेदनों को अपने तर्इं ग्राह्य कर लिया था, टी एस एलियट और स्टीफ़ेन स्पेंडर तथा बिंबवादी कवि टी र्इ ह्यूम समेत अनेक कवियों को व्याख्यायित करने की गुस्ताख़ी कर सकता था और ऐसी गुस्ताखि़ायां कीं भी, मगर शमशेर की पहले की कविताएं और उक्त संग्रह की कविताएं कर्इ बार पढ़ने के बाद भी मेरे लिए चुनौती ही बनी रहीं।
- वे कविताएं मेरे लिए बहुत बहुत दुरूह थीं, मैंने उस समय के सबसे दुरूह माने जाने वाले कवि मुक्तिबोध की कविताओं के भाव और संवेदनों को अपने तर्इं ग्राह्य कर लिया था, टी एस एलियट और स्टीफ़ेन स्पेंडर तथा बिंबवादी कवि टी र्इ ह्यूम समेत अनेक कवियों को व्याख्यायित करने की गुस्ताख़ी कर सकता था और ऐसी गुस्ताखि़ायां कीं भी, मगर शमशेर की पहले की कविताएं और उक्त संग्रह की कविताएं कर्इ बार पढ़ने के बाद भी मेरे लिए चुनौती ही बनी रहीं।