जातीयता के आधार पर sentence in Hindi
pronunciation: [ jaatiyetaa kaadhaar per ]
"जातीयता के आधार पर" meaning in English
Examples
- आरक्षण की उपज असल में आदिवासी, जंगली जातियों या अछूत की वजह से है, इससे आज देश में जातीयता के आधार पर बांटकर जो भयावह और विकट स्थिति उत्पन्न हो की गई है ऐसे में बहुत बड़ा संकट आ गया लगता है।
- बच्चों और किशोरों (उम्र, लिंग और जातीयता के आधार पर 2-9 %) में उच्च रक्तचाप काफी सामान्य रूप में होता है [7] तथा खराब स्वास्थ्य की लंबी अवधि के जोखिम के साथ जुड़ा हुआ होता है।
- क्षेत्रीयता एवं जातीयता के आधार पर राजनीति करनेवाले दलों को कोसने के पहले हमें यह सोचना होगा कि क्या हमारी अखिलभारतीय राजनीति में वह ताकत मौजूद है जो सारे देश के विभिन्न समाजों, जातीयों, भाषाओं, समूहों को न्याय देने की स्थिति में हैं।
- डॉ. लोहानी ने कहा, “ हल का इकलौता तरीका यही है कि जातीय समूहों की आकांक्षाओं को स्वीकार किया जाए, लेकिन जातीयता के आधार पर संघीय प्रांतों का विभाजन जैसी उन मांगों को पर तवज्जो देने की जरूरत नहीं जिनसे दूसरे समूहों को परेशानी हो. ”
- सरकार स्वयं को बचाने के लिये हर किसी को ना केवल चोर और लुटेरा साबित करने में जुटी है अपितु भारत के नागरिकों को पंथों और जातीयता के आधार पर बांटने का अक्षम्य अपराध भी कर रही है और इसके लिए सत्ता की असीम ताकत का भरपूर दुरुपयोग कर रही है।
- सरकार स्वयं को बचाने के लिये हर किसी को ना केवल चोर और लुटेरा साबित करने में जुटी है अपितु भारत के नागरिकों को पंथों और जातीयता के आधार पर बांटने का अक्षम्य अपराध भी कर रही है और इसके लिए सत्ता की असीम ताकत का भरपूर दुरुपयोग कर रही है।
- राजधानी काठमांडू में जहां लोगों ने जातीयता के आधार पर प्रांत बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, वहीं सुदूर पश्चिमी हिस्से में आम जनजीवन इसलिए ठप हो गया क्योंकि स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर कर मांग की कि जब राजनीतिक नेतृत्व पुनर्गठन की प्रक्रिया के बारे में फैसला करे तो उनके इलाके न छुआ जा ए.
- इस बुद्धिजीवी-वर्ग यदि जातीयता के आधार पर व्याख्या करें तो सर्वप्रथम इस श्रेणी में ब्राहमण आतें है | ब्राह्मणों ने जिस प्रकार क्षत्रिय-अधिपत्य के समय क्षत्रियोचित गुणों और वैश्याधिपत्य के समय वैश्योचित गुणों का अपने में आरोहण कर लिया था, उसी भांति भावी श्रमजीवी-उत्थान में ये शुद्रोचित गुणों को अपनाकर फिर से समाज का अगुआ बनने के लिए तैयार हो गये | वैश्यादी अन्य पूंजीवादी और बुद्धिजीवी वर्गों की सहायता से आज पूर्ण सत्ता लगभग ब्राह्मणों के हाथों में है | अब ये ही ब्राहमण श्रमजीवी वर्गों के सहायक बनकर भावी युग का सूत्रपात कर रहे है |