चमकीलेपन sentence in Hindi
pronunciation: [ chemkilepen ]
Examples
- वरना दवाईयों की स्ट्रिपों के रंग, चमकीलेपन, पैकिंग, गोलियों के आकार, कैप्सूलों के रंग के आधार पर ही लोग याद कर लेते हैं कि कौन कौन सी दवाईयां लेनी हैं … और इस तुक्के से गलतियां होनी निश्चित ही हैं ….
- वहाँ और भी आँखे थीं..छोटी-बड़ी, शांत-चंचल, काजल लदी, फीकी. कोई अपने काले घेरों में उदास, कोई अपनी सजगता और चमकीलेपन से आकर्षित करती खुशगवार आँखें, थकी-ताज़ा, उत्सुक, प्रेम से मोहिली, विरक्त, प्रतीक्षारत-विरह की मारी…ऊब चुकी या उदासीन हो चुकी, तरह तरह की आँखें.
- लेकिन हममें से कौन आशा, या कल्पना ही, कर सकता है कि असीम तक फैली एवरेस्ट पर चढ़ाई करे और उसके शीर्ष पर पहुंचे जब कि आकाश नीला हो और हवा रूकी हुई हो और हवा की स्तब्धता में बर्फ के सफे़द चमकीलेपन में समस्त हिमालय घाटी का सर्वेक्षण करे।
- ‘‘किनारे रह कर, तटस्थ रह कर, (डिसएंगेज्ड रहकर, अनकमिटेड रहकर) जिंदगी जीना भद्रलोक के सफ़ेद कुर्तों के आरामकुर्सीदार वातावरण में भले ही पहुंचा दे, भले ही हम भद्रलोक की शानदार सादगी तथा आरामदेह चमकीलेपन के रंगों से अपने आसपास के अल्प-भोजियों को अपनी महत्ता का बोध करा दें, भले ही हम अपने मित-भाषण द्वारा बौद्धिक संस्कृति और कलात्मक अभिरुचि की की धाक जमा दें, किंतु हम वह ज़िंदगी नहीं जी सकते जिसे मैं, अपने शब्दों में, बिजली की तड़पदार ज़िंदगी कहता हूं।
- किनारे पर रहकर तटस्थ रहकर (disengaged रहकर, uncommitted रहकर) ज़िंदगी जीना भद्रलोक के सफेद कुर्तों के आरामकुर्सीदार वातावरण में पहुंचा दे, भले ही हम भद्रलोक की शानदार सादगी और आरामदेह चमकीलेपन के रंगों से अपने आसपास के अल्प-भोजियों को अपनी महत्ता का बोध करा दें, भले ही हम अपने मित-भाषण से बौद्धिक संस्कृति और कलात्मक अभिरुचि की धाक जमा लें, लेकिन हम वो ज़िंदगी नहीं जी सकते, जिसे मैं, अपने शब्दों में, बिजली भरी तड़पदार ज़िंदगी कहता हूं।
- मुक्तिबोध ने अपने इसी निबंध में एक जगह लिखा है-“किनारे रह कर, तटस्थ रह कर, (डिसएंगेज्ड रहकर, अनकमिटेड रहकर) जिंदगी जीना भद्रलोक के सफ़ेद कुर्तों के आरामकुर्सीदार वातावरण में भले ही पहुंचा दे, भले ही हम भद्रलोक की शानदार सादगी तथा आरामदेह चमकीलेपन के रंगों से अपने आसपास के अल्प-भोजियों को अपनी महत्ता का बोध करा दें, भले ही हम अपने मित-भाषण द्वारा बौद्धिक संस्कृति और कलात्मक अभिरुचि की की धाक जमा दें, किंतु हम वह ज़िंदगी नहीं जी सकते जिसे मैं, अपने शब्दों में, बिजली की तड़पदार ज़िंदगी कहता हूं।
- जो विज्ञान की खोज में लगे हैं या ऐसा करने की योजना बना रहे हैं उनके लिए हम चन्द्रशेखर को उद्धृत करते हुए कह सकते हैं-' विज्ञान की खोज की तुलना कई बार पर्वतों ऊँचे लेकिन ज़्यादा ऊँचें नहीं, के आरोहण के साथ की गई है, लेकिन हममें से कौन आशा, या कल्पना ही, कर सकता है कि असीम तक फैली एवरेस्ट पर चढ़ाई करे और उसके शीर्ष पर पहुंचे जब कि आकाश नीला हो और हवा रूकी हुई हो और हवा की स्तब्धता में बर्फ़ के सफे़द चमकीलेपन में समस्त हिमालय घाटी का सर्वेक्षण करे।