चकचक sentence in Hindi
pronunciation: [ chekchek ]
Examples
- सीने का दर्द सरकारी अस्पतालों की चकचक से हैरतजदा मैंने ड्यूटी पर मुस्तैद चिकित्सक मित्र से पूछा यार ये कैसा गड़बड़झाला है, जिनके गले में होती थी अपने मातहतों की बाहें,आज उनमें नामुराद आला है ।
- इनमें से भानीभाई यदि धार-विचार ले तो दोनों में से एक टिकट ले पड़ेंगे, भानीभाई ऐसा करेंगे, लगता नहीं है, अपनी उम्र के इस पड़ाव पर महापौरी भोगते वे शायद ही चुनावी चकचक में पड़े।
- अपने दफ्तर के सुहाने मौसम का हाल बतायें? कि घर के रंगीन नज़ारे दिखायें? लम्बी गाड़ी में काला चश्मा लगाये फोटो खिंचायें और अपने नये खरीदे कैमरे की चकचक फोटो दिखायें?ये सब तो हम बिना पूछे बतायें ।
- संसद में भाषा को लेकर हुई चकचक पर नजर डालें तो कल जयराम रमेश जब एक सवाल का जवाब अंग्रेजी में दे रहे थे तो भाजपा के कलराज मिश्र ने उनसे हिन्दी में बोलने को कहा क्योंकि उन्हें हिन्दी आती है.
- हिन्दी की चिट्ठाकारी पर हिन्दी की दुनिया (यानि खांटी हिन्दी वाले....लेखक, प्राध्यापक, आलोचक, चकचक आदि) की प्रतिक्रियाएं सुनने का जितना अवसर हमें मिलता उतना अन्य चिट्ठाकारों को शायद नहीं वजह बस इतनी हे कि इस कोटि के लोगों को हम सहज उपलब्ध हैं, ब
- हिन्दी की चिट्ठाकारी पर हिन्दी की दुनिया (यानि खांटी हिन्दी वाले....लेखक, प्राध्यापक, आलोचक, चकचक आदि) की प्रतिक्रियाएं सुनने का जितना अवसर हमें मिलता उतना अन्य चिट्ठाकारों को शायद नहीं वजह बस इतनी हे कि इस कोटि के लोगों को हम सहज उपलब्ध हैं, ब...
- सदा चकचक करती और बाल्टी भर आँसू बहाती सुधा (मौसमी चटर्जी) हो या नाक पर सरक आया चश्मा चढ़ाती उसकी बहन तनु (दीप्ति नवल) या फिर अपने बहादुर को अपने अँगूठे के नीचे रखने वाली प्रेमा (अरुणा ईरानी), फिल्म का हर पात्र अपने आप में संपूर्ण था।
- इरादा था की हर जिले से कैडर बुलाया जायेगा और पटना के एतिहासिक गाँधी मैदान में चकचक बत्ती लगा कर रात में अफ्तार रैली ही कर दी जाएगी ताकि दिल्ली को दिखाया जा सके की गुजरात दंगों के समय रेल मंत्री रहे साहब अब अपनी गाड़ी अपने दम पर चलाएंगे।
- इश्क में कुर्बानी को तैयार होना चाहिए सोहिनी महिवाल जैसा या कि रांझे हीर सा आशिकों को इश्क में बेकरार होना चाहिए इश्क की राह से जो लौट जाने को कहे तो रब को भी इंकार को तैयार होना चाहिए ज़माने की चकचक में जो हर सूं छा गया हो अब सलीके से उसका दीदार होना चाहिए
- हैपी ब्लॉगिंग!-दिलीप मंडल क्या हिन्दी चिट्ठाकारी थ्योरिटिकल इनएडिकुएसी से ग्रस्त है हिन्दी की चिट्ठाकारी पर हिन्दी की दुनिया (यानि खांटी हिन्दी वाले....लेखक, प्राध्यापक, आलोचक, चकचक आदि) की प्रतिक्रियाएं सुनने का जितना अवसर हमें मिलता उतना अन्य चिट्ठाकारों को शायद नहीं वजह बस इतनी हे कि इस कोटि के लोगों को हम सहज उपलब्ध हैं, बस हाथभर की दूरी पर।