गायन समय sentence in Hindi
pronunciation: [ gaaayen semy ]
Examples
- जाति-सम्पूर्ण षाडव वादी स्वर-रिषभ (रे) सम्वादी स्वर-पंचम (प) समप्रकृति राग-अड़ाना गायन समय-रात्रि का द्वितीय प्रहर विशेषता-यह राग आलाप के योग्य है।
- राष् ट्रगान का गायन समय 52 सैकंड है विशेष अवसरों पर शुरू और अंत की पंक्तियों को भी लघु राष् ट्रगान के रूप में गाया जाता है जिसका समय 20 सैकंड होता है।
- राग बसंत का गायन समय यूं तो रात का अंतिम पहर है, लेकिन जब ऋतु ही बसंत हो, तो इसके ऊपर गाए जाने वाले गाने को पहरों तक कैसे कैद किया जा सकता है।
- निषाद न्यास के स्वर-सा, _ग,म गायन समय-रात्रि का तीसरा प्रहर समप्रकृति राग-चंद्रकोश मालकोश के स्वरों में मात्र नि स्वर शुद्ध कर देने से यह राग चंद्रकोश बन जाता है ।
- राग बसंत का गायन समय यूं तो रात का अंतिम पहर है, लेकिन जब ऋतु ही बसंत हो, तो इसके ऊपर गाए जाने वाले गाने को पहरों तक कैसे कैद किया जा सकता है।
- स्वर-गंधार, धैवत और निषाद न्यास के स्वर-सा,_ग,म गायन समय-रात्रि का तीसरा प्रहर समप्रकृति राग-चंद्रकोश मालकोश के स्वरों में मात्र नि स्वर शुद्ध कर देने से यह राग चंद्रकोश बन जाता है ।
- रागों के गायन समय पर यदि हम ध्यान दे तो वात के समय यदि सुबह 3 से 7 बजे तक गाये बजाये जाने वाले रागों में सुबह देशकार, हिंडोल, ललित तथा सायं काल में मुल्ताानी, पुरिया धनाश्री, मारवा, श्री इत्यादि राग गाये बजाये जाते है।
- उच्छल जलधि तरं ग तव शुभ नामे जाग े तव शुभ आशिष माँग े गाहे तव जय गाथ ा जन गण मंगलदायक जय ह े भारत भाग्य विधात ा जय ह े, जय ह े, जय ह े जय जय ज य, जय ह े * राष्ट्रगान का गायन समय 52 सेकंड है।
- उच्छल जलधि तरं ग तव शुभ नामे जाग े तव शुभ आशिष माँग े गाहे तव जय गाथ ा जन गण मंगलदायक जय ह े भारत भाग्य विधात ा जय ह े, जय ह े, जय ह े जय जय ज य, जय ह े * राष्ट्रगान का गायन समय 52 सेकंड है।
- राग परिचय: थाठ: तोड़ी वादी: प संवादी: सा जाति: औडव-संपूर्ण आरोह में रे और ध वर्जित स्वर हैं गायन समय: दिन का चौथा प्रहर स्वर-कोमल रे, कोमल ग, तीव्र म का प्रयोग, बाकी सब स्वर शुद्ध आरोह: नि सा म॑ ~ ग॒ म॑ ~ प, नि सां ।