गति विज्ञान sentence in Hindi
pronunciation: [ gati vijenyaan ]
"गति विज्ञान" meaning in Hindi
Examples
- गति विज्ञान में तीन एकतलीय एवं एकबिन्दुगामी बलों के अन्तर्गत किसी पिण्ड के संतुलन की दशा में उन बलों एवं उनके बीच के कोणों के आपसी सम्बन्ध को व्यक्त करने वाला एक समीकरण है।
- गति विज्ञान में ऊर्जा-अविनाशिता-सिद्धांत के प्रमाणित हो जाने के बाद भी इसके दूसरे स्वरूपों का ज्ञान न होने के कारण यह समझा जाता था कि कई स्थितियों में ऊर्जा नष्ट भी हो सकती है;
- गति विज्ञान में ऊर्जा-अविनाशिता-सिद्धांत के प्रमाणित हो जाने के बाद भी इसके दूसरे स्वरूपों का ज्ञान न होने के कारण यह समझा जाता था कि कई स्थितियों में ऊर्जा नष्ट भी हो सकती है;
- गति विज्ञान में ऊर्जा-अविनाशिता-सिद्धांत के प्रमाणित हो जाने के बाद भी इसके दूसरे स्वरूपों का ज्ञान न होने के कारण यह समझा जाता था कि कई स्थितियों में ऊर्जा नष्ट भी हो सकती है ;
- दूसरी बात यह कि मार्क्स ने पूँजीवाद के गति विज्ञान का अब तक का सर्वोत्तम अध्ययन किया था जो आज हम जो पूँजीवाद के गहरे संकट से रूबरू हैं उन्हें जानना बहुत ही जरूरी है ।
- यह सही है कि जनता के विशष्टि मुद्दों पर खड़े जनांदोलनों का अपना गति विज्ञान होता है और वह काफी हद तक आंदोलन के सहभागी तत्वों की सामाजिक-सांस्कृतिक स्थिति और नेतृत्व के दृष्टिकोण से तय होता है।
- विभिन्न देशों में इस बात के खुलासे के बाद कि शोध क्षेत्र में कैरियर बना पाने में स्ति्रयों को दिक्कतें पेश आती हैं, वे अब रिसर्च फंडिंग के जेंडर आयाम और उसके जेंडर गति विज्ञान पर भी जोर देने लगे हैं।
- जो लोग फ़ासीवाद के खतरे के सामने बुर्जुआ लोकतंत्र की अंतर्निहित प्रतिरोधक क्षमता का भ्रम पालते फैलाते हैं वे न सिर्फ़ आधुनिक राजनीति के गति विज्ञान की अनदेखी करते हैं बल्कि ऐसे किसी खतरे से लड़ने में जन समुदाय को निरस्त्र कर देते हैं ।
- वहीं व्यावहारिक यांत्रिकी कारण भी हैं, उदहारण के लिए सामान्य शुद्ध गति विज्ञान की कड़ी को जटिल यांत्रिकी की जगह पर महत्ता दी जा सकती है ताकि आदर्श क्रिया को बढ़ाया जा सके एवं उपलब्ध पदार्थो से उपजने वाली सीमाओं को कम किया जा सके जैसे क्रियान्वित गैस का अनादर्श गुण-स्वभाव, उष्मीय चालाकता, तनन की शक्ति, विसर्पण, फाड़ने की शक्ति, और पिघलाव का बिंदु.
- वहीं व्यावहारिक यांत्रिकी कारण भी हैं, उदहारण के लिए सामान्य शुद्ध गति विज्ञान की कड़ी को जटिल यांत्रिकी की जगह पर महत्ता दी जा सकती है ताकि आदर्श क्रिया को बढ़ाया जा सके एवं उपलब्ध पदार्थो से उपजने वाली सीमाओं को कम किया जा सके जैसे क्रियान्वित गैस का अनादर्श गुण-स्वभाव, उष्मीय चालाकता, तनन की शक्ति, विसर्पण, फाड़ने की शक्ति, और पिघलाव का बिंदु.