कूकना sentence in Hindi
pronunciation: [ kukenaa ]
"कूकना" meaning in English "कूकना" meaning in Hindi
Examples
- युवा लड़की भी चाहती है तितलियों की तरह उडना कोयल की तरह कूकना झरने की तरह बहना पर घर से गंतव्य तक नजरे झुकाए रास्ते पर चलती है युवा लड़की नेत्र रहकर भी नेत्रहीन हो जाती है, युवा लड़की.
- वह चाहरदीवारी के भीतर जन्म से ही कैद बारह सालों के जुड़वाँ अशोक के पेड़ों का बारिश में लहलहाना भी नहीं रोक पाता है या बसंत में अशोक की फुनगियों पर जंगल, पहाड़, नदी, गांव और शहर की सैर कर आई कोयल का कूकना भी।
- वह चाहरदीवारी के भीतर जन्म से ही कैद बारह सालों के जुड़वाँ अशोक के पेड़ों का बारिश में लहलहाना भी नहीं रोक पाता है या बसंत में अशोक की फुनगियों पर जंगल, पहाड़, नदी, गांव और शहर की सैर कर आई कोयल का कूकना भी।
- वह चहारदीवारी के भीतर जन्म से ही कैद बारह सालों के जुड़वाँ अशोक के पेड़ों का बारिश में लहलहाना भी नहीं रोक पाता है या बसंत में अशोक की फुनगियों पर जंगल, पहाड़, नदी, गाँव और शहर की सैर कर आई कोयल का कूकना भी।
- इस मौके पर कृष्ण कुमार सरपंच, रामजी लाल मांडा, हरि सिंह कड़वासरा, राम स्वरूप बाना, श्रवण कुमार मांडा, कृष्ण कुमार पूर्व सरपंच, रमेश सुथार, सज्जन कूकना, अमीलाल मारू, महेंद्र मांडा, अमर सिंह मांडा, विजय सिंह धारू, तारचंद कूकना, बलराज सहित अनेक लोग मौजूद थे।
- इस मौके पर कृष्ण कुमार सरपंच, रामजी लाल मांडा, हरि सिंह कड़वासरा, राम स्वरूप बाना, श्रवण कुमार मांडा, कृष्ण कुमार पूर्व सरपंच, रमेश सुथार, सज्जन कूकना, अमीलाल मारू, महेंद्र मांडा, अमर सिंह मांडा, विजय सिंह धारू, तारचंद कूकना, बलराज सहित अनेक लोग मौजूद थे।
- लेकिन उन दिनों बागों में कोयलों ने कूकना बन्द कर दिया था, पपीहों ने गाना बन्द कर दिया था, वर्षों से किसी ने चाँदनी में चकोर को नहीं देखा था और यहाँ तक कि किसी नदी के पानी में किसी को अपनी छाया भी नहीं दिखाई देती थी, किसी आईने में किसी को अपना अक़्स नहीं दिखाई देता था।
- इस अवसर पर गांव घुकांवाली की सरपंच सर्वजीत औलख, सरपंच प्रतिनिधि जगराज सिंह औलख, वरिष्ठ इनेलो नेता हंसराज सिहाग, भगवान दास गोदारा, राम सिंह, प्रेमा देवी, ममता रानी, नसीब कौर, परमजीत कौर, मानिका देवी, गुरमीत कौर, रामेश्वर कूकना, सुमित्रा देवी, कृष्णा देवी, फुलां देवी, मंजू कूकना, माया देवी, सावित्री देवी, कमलेश रानी, माया सुथार, सुलोचना देवी और दीपिका राजपूत सहित काफी संख्या में महिला व पुरुष गांववासी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
- इस अवसर पर गांव घुकांवाली की सरपंच सर्वजीत औलख, सरपंच प्रतिनिधि जगराज सिंह औलख, वरिष्ठ इनेलो नेता हंसराज सिहाग, भगवान दास गोदारा, राम सिंह, प्रेमा देवी, ममता रानी, नसीब कौर, परमजीत कौर, मानिका देवी, गुरमीत कौर, रामेश्वर कूकना, सुमित्रा देवी, कृष्णा देवी, फुलां देवी, मंजू कूकना, माया देवी, सावित्री देवी, कमलेश रानी, माया सुथार, सुलोचना देवी और दीपिका राजपूत सहित काफी संख्या में महिला व पुरुष गांववासी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
- गत 14 दिसंबर को ग्राम पंचायत द्वारा आयोजित बैठक में गांववासियों साहबराम नंबरदार, भागाराम कूकना, मनफूल कूकना, काशी राम श्योराण, श्रवण गोदारा, विनोद कुमार, सीताराम, धनराज, पाला राम, भूप सिंह व महेंद्र सिंह आदि ने गांव में स्थित जोहड़ों में अनेक वर्षों से भरे गंदे पानी की ओर ध्यान दिलाते हुए उनकी सफाई करने तथा जोहड़ों के घाटों की रिपेयर करवाने की बात उठाई थी ताकि गंदे पानी से पशु बीमार न हों और टूटे हुए घाटों के कारण पशु घायल न हों।