कर्म कारक sentence in Hindi
pronunciation: [ kerm kaarek ]
"कर्म कारक" meaning in English "कर्म कारक" meaning in Hindi
Examples
- निजवाचक सर्वनाम, संयुक्त रूप (compounds) हैं जो संबंधकारक निर्धारक सर्वनाम और उसके बाद-self से बनते हैं, जिसका अपवाद है अन्य पुरुष एकवचन पुलिंग रूप जो कर्म कारक him +-self से बनता है और अन्य पुरुष बहुवचन रूप जो कर्म कारक them +-self +-(e)s से बनता है.बहुवचन में, इन निजवाचक में नियमित बहुवचन प्रत्यय-s लगता है (f > v के स्वर के साथ जैसा कि self > selves के स्वतन्त्र रूप के साथ) बहुवचन विभक्ति सर्वनाम रूप के साथ.
- कुमाऊँ की बोलियों में आज भी अनेक ऐसे शब्द प्रचलित हैं, जो प्रागैतिहासिक किरातों की बोली के अवशेष प्रतीत होते हैं, जैसे-ठुड़ (पत्थर), लिडुण (लिंगाकार कुंडलीमुखी जलीय पौधा), जुंग (मूंद्द), झुगर (अनाज का एक प्रकार), फांग (शाखा), ठांगर (बेलयुक्त पौधों को सहारा देने के लिए लगाई जाने वाली वृक्ष की सूखी शाखा), गांग (नदी), ल्यत (बहुत गीली मिट्टी) आदि शब्दावली के अतिरिक्त कतिपय-व्याकरण तत्व भी आग्नेय परिवार की भाषाओं से समानता रखते हैं, जैसे कुमाऊँनी कर्म कारक सूचक कणि/कन प्रत्यय मुंडा की भोवेसी तथा कोर्क बालियों में के/किन या खे/खिन है।
- कुमाऊँ की बोलियों में आज भी अनेक ऐसे शब्द प्रचलित हैं, जो प्रागैतिहासिक किरातों की बोली के अवशेष प्रतीत होते हैं, जैसे-ठुड़ (पत्थर), लिडुण (लिंगाकार कुंडलीमुखी जलीय पौधा), जुंग (मूंद्द), झुगर (अनाज का एक प्रकार), फांग (शाखा), ठांगर (बेलयुक्त पौधों को सहारा देने के लिए लगाई जाने वाली वृक्ष की सूखी शाखा), गांग (नदी), ल्यत (बहुत गीली मिट्टी) आदि शब्दावली के अतिरिक्त कतिपय-व्याकरण तत्व भी आग्नेय परिवार की भाषाओं से समानता रखते हैं, जैसे कुमाऊँनी कर्म कारक सूचक कणि/कन प्रत्यय मुंडा की भोवेसी तथा कोर्क बालियों में के/किन या खे/खिन है।