उत्तानपादासन sentence in Hindi
pronunciation: [ utetaanepaadaasen ]
Examples
- उत्तानपादासन करने से पेट की माँसपेशियों में खींचाव आता है और पेट के सभी अंग नियमित रूप से काम करते हैं और उनकी कार्यक्षमता बढ़ती है.
- उत्तानपादासन करने से पेट की माँसपेशियों में खींचाव आता है और पेट के सभी अंग नियमित रूप से काम करते हैं और उनकी कार्यक्षमता बढ़ती है.
- योग क्रियाओं से कब्जियत का निवार ण (1) अग्निसार क्रिया (2) हस्तपादासन (3) वज्रासन (4) शशकासन (5) वक्रासन (6) धनुरासन (7) उत्तानपादासन (8) उत्तानपादांगुष्ठासन (9) पवनमुक्तासन, (10) शवासन।
- कपालभाति, अग्निसार क्रिया, ताड़ासन, तीन राउंड सूर्य नमस्कार, लेटकर उत्तानपादासन, मर्कटासन, पवनमुक्तासन, भुजंगासन, बैठकर मंडूकासन, अनुलोम विलोम प्राणायाम, भस्त्रिका, भ्रामरी।
- उत्तानपादासन: पीठ के बल लेटकर दोनों पैर ४ ५ डिग्री पर अर्थात लेटे-लेटे बिना घुटने मोड़े ऊपर उठाएँ और १ ०-१ ५ श्वास-प्रश्वास करने तक ऊपर रोकें फिर धीरे-धीरे नीचे उतारें।
- योग क्रियाओं से कब्जियत का निवार ण (1) अग्निसार क्रिया (2) हस्तपादासन (3) वज्रासन (4) शशकासन (5) वक्रासन (6) धनुरासन (7) उत्तानपादासन (8) उत्तानपादांगुष्ठासन (9) पवनमुक्तासन, (10) शवासन।
- मोटापा: वैसे तो मात्र आंजनेय आसन ही लाभयायक सिद्ध होगा लेकिन आप करना चाहे तो ये भी कर सकते हैं-वज्रासन, मण्डूकासन, उत्तानमण्डूसकासन, उत्तानकूर्मासन, उष्ट्रासन, चक्रासन, उत्तानपादासन, सर्वागांसन व धनुरासन, भुजंगासन, पवनमुक्तासन, कटिचक्रासन, कोणासन, उर्ध्वाहस्तोहत्तातनासन और पद्मासन।
- नाड़ी दुर्बलता रोग को ठीक करने के लिए कई प्रकार के आसन तथा योग क्रियाएं हैं जिनको करने से यह रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता है ये आसन तथा योग क्रियाएं इस प्रकार हैं-सर्वांगासन, पवनमुक्तासन, चक्रासन, अर्धमत्स्येन्द्रान तथा उत्तानपादासन, शवासन तथा योगनिद्रा ।
- यदि नियमित उत्तानपादासन, पवनमुक्तासन, त्रिकोणासन, धनुरासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, मण्डूकासन, पाद-हस्तासन, कपालबहति, अनुलोम-विलोम, प्रणायाम तथा ध्यान का अभ्यास किया जाए तो तनाव का स्तर तथा मधुमेह जैसी बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है, लेकिन इसका अभ्यास किसी योग टीचर के देखरेख में ही करना चाहिए।
- वसा और प्रोटीन युक्त भोजन कम मात्रा में गैस बनाते हैं लैक्टोस से यह समस्या होती है, तो दूध और दूध से बने उत्पाद न लें मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक का इस्तेमाल कम करें जंक फूड और स्ट्रीट फूड न खाएं व्यायाम, योग को दिनचर्या में शामिल करें और पैदल चलने की आदत डालें धूम्रपान और शराब से दूर रहें अधिक से अधिक रेशेदार भोजन लें सर्वागासन, उत्तानपादासन, भुजंगासन आदि नियमित रूप से करना चाहिए gastritis problems