उडेलना sentence in Hindi
pronunciation: [ udelenaa ]
"उडेलना" meaning in English
Examples
- हॉलीवुड अभिनेत्री पामेला एंडरसन ने स्वीकार किया है कि वह बीयर की सही मात्रा उडेलना सीखना चाहती हैं ताकि जब उनके पास अभिनय का काम न हो तो वह किसी बार में काम कर सकें।
- अपने मन में चल रहे गुबार को उडेलना चाहता है, इसके लिए गहन साहित्यिक नज़रिए के बिना भी वह हिंदी ब्लोगिंग के जरिये आसानी से कहीं भी खुद को अभिव्यक्त कर पा रहा है.
- कविता जानती हैं कि इन आम से दु: खों को भोगना उतना ही मुश्किल हैं जितना हादसे में मारे गए पिता के अकड़ चुके जबड़े में उंगली फंसाकर गंगाजल उडेलना और हुचक-हुचक कर रोती विधवा हो चुकी माँ को चुप कराना
- गैस को लेकर रिलांयस [मुकेश अंबानी] को कठघरे में खडे किये जाने के बावजूद प्रणव मुखर्जी का अंबानी बंधुओ पर पितातुल्य माव उडेलना और खुले तौर पर बतौर वित्त मंत्री यह कहना कि वह मुकेश-अनिल को बच्चे से जानते है।
- वही पुरुष आज बात बात पर स्त्री पर हमले कभी यौनाचार, कभी तेजाब उडेलना कभी मारपीट करना आदि के रूप में करने लगा है और वह भी उस देश में जहाँ नारी की पूजा की जाती है, जहाँ कहा जाता है-'' यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता. ''
- कारण: आपने अपने गिलास को ढंग से नहीं पकड़ रखा है, (आप दारू को गिलास के पिछले हिस्से में उढ़ेल रहे है, जो आपके पैर पर गिर रही है) उपचार: गिलास को धीरे से उलटिए, ताकि उसकी गहरे में आप झांक सके, अब फिर से उसमे दारु उडेलना शुरू करिये.
- इस प्रक्रिया के कुछ अंग निम्न हैं जिनका वर्णन उपरोक्त श्रंखला में करने का प्रयास है--भगत सिंह का नाम अपने धर्मविरोधी आलेखों में घसीटना-भगत सिंह चित्रों पर अपनी पार्टी का रंग उडेलना-भगत सिंह के चित्र को कम्युनिस्ट तानाशाहों के साथ जोडकर लगाना-आलेखों में भगत सिंह को कम्युनिस्ट बताना-जिन शहीदों की आस्तिकता के स्पष्ट प्रमाण हैं उन्हें साम्प्रदायिक कहना-यहाँ तक कि भारत में 1857 के बाद के में सशस्त्र संघर्ष के प्रणेता चाफ़ेकर शहीदों को भी आदर करने के बदले साम्प्रदायिक कहा जा रहा है।
- बस एक बार रिस जाने दो दिल में भरा समुन्दर न रहे बाकी कुछ पता नहीं कैसे ज़हर कि कुछ बूंदे छलक गयी हैं इसमें विषाक्त हो उठा है ये आज रिक्त हो जाने दो इसे सारा का सारा न रहे बाकी कुछ भी न नफ़रत, न प्यार जब सूखने लगेंगी दीवारें इसकी चटकने लगेगा प्यास से कंठ फिर मांगेगा यह भावों का समुन्दर तब उडेलना बूंद-बूंद तुम पर पूरा न भरना रहने देना कुछ खालीपन कुछ अतृप्ति और बनी रहूँ सदा आकांक्षी फिर थोड़ा-थोड़ा प्रेम उड़ेल कुछ भरना भावों से, अहसासों से फिर एक बार