आलोचनात्मक मूल्यांकन sentence in Hindi
pronunciation: [ aalochenaatemk muleyaanekn ]
"आलोचनात्मक मूल्यांकन" meaning in English
Examples
- (व्) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुनटिओन्)--इस पद के अन्तर्गत पाठ का आलोचनात्मक मूल्यांकन किया जाताहै जिसके आधार पर छात्राध्यापक अपने शिक्षण में सुधार करता है.
- (विइइ) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुअटिओन्)--पहिले पृष्ठपोषण एवं आलोचनात्मक मूल्यांकन के सिद्धान्त केआधार पर पुनः पढ़ाये गये पाठ का पुनः आलोचनात्मक मूल्यांकन एवं विश्लेषणकिया जाता है.
- (विइइ) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुअटिओन्)--पहिले पृष्ठपोषण एवं आलोचनात्मक मूल्यांकन के सिद्धान्त केआधार पर पुनः पढ़ाये गये पाठ का पुनः आलोचनात्मक मूल्यांकन एवं विश्लेषणकिया जाता है.
- (विइइ) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुअटिओन्)--पहिले पृष्ठपोषण एवं आलोचनात्मक मूल्यांकन के सिद्धान्त केआधार पर पुनः पढ़ाये गये पाठ का पुनः आलोचनात्मक मूल्यांकन एवं विश्लेषणकिया जाता है.
- (विइइ) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुअटिओन्)--पहिले पृष्ठपोषण एवं आलोचनात्मक मूल्यांकन के सिद्धान्त केआधार पर पुनः पढ़ाये गये पाठ का पुनः आलोचनात्मक मूल्यांकन एवं विश्लेषणकिया जाता है.
- (विइइ) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुअटिओन्)--पहिले पृष्ठपोषण एवं आलोचनात्मक मूल्यांकन के सिद्धान्त केआधार पर पुनः पढ़ाये गये पाठ का पुनः आलोचनात्मक मूल्यांकन एवं विश्लेषणकिया जाता है.
- (विइइ) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुअटिओन्)--पहिले पृष्ठपोषण एवं आलोचनात्मक मूल्यांकन के सिद्धान्त केआधार पर पुनः पढ़ाये गये पाठ का पुनः आलोचनात्मक मूल्यांकन एवं विश्लेषणकिया जाता है.
- लेकिन गोरख पांडेय के जीते-जी उनकी कविता के महत्त्व का आलोचनात्मक मूल्यांकन करना नामवर सिंह ने जरूरी नहीं समझा (गोरख के मरने के बाद भी यह काम नहीं किया)।
- लेकिन गोरख पांडेय के जीते-जी उनकी कविता के महत्त्व का आलोचनात्मक मूल्यांकन करना नामवर सिंह ने जरूरी नहीं समझा (गोरख के मरने के बाद भी यह काम [Read the Rest...]
- (वि) पुनर्योजना (षेप्लन्)--उपयुक्त आलोचनात्मक मूल्यांकन (छ्रिटिचल्ऐवलुअटिओन्) के आधार पर प्राप्त सुझावों के आधार पर छात्राध्यापक अपनेपाठांश में सुधार कर पुनः पाठ योजना को तैयार करता है जिससे कि शिक्षणकौशल का प्रभावी ढंग से विकास हो सके.