अनंत नाग sentence in Hindi
pronunciation: [ anent naaga ]
Examples
- अनंत नाग, कुलभूषण खरबंदा, नसीरुद्दीन शाह, अमरीश पुरी के तौर पर पुरुष चरित्रों की एक कतार है जो स्मिता को अपने-अपने तरीकों से रौंदने को तैयार है।
- का सही जवाब: 1. मालगुडी डेज (अनंत नाग) 2. ब्योमकेश बक्शी (रजित कपूर) 3. तेनालीरामा (विजय कश्यप) 4. मिर्ज़ा ग़ालिब (नसीरुद्दीन शाह) 5.
- शंकर नाग () (9 नवम्बर, 1954-30 सितम्बर, 1990) जिनका वास्तविक नाम शंकर नगराकत्ते (ಶಂಕರ್ ನಾಗರಕಟ್ಟೆ) था, एवं उनके बड़े भाई अनंत नाग (ಅನಂತ್ ನಾಗ್) कन्नड़ सिनेमा के प्रसिद्द कलाकार एवं निर्देशक थे.
- जैसा कि पहले जिक्र किया था कि पहलगाम के रास्ते में एक जगह है जहाँ बेट ही बेट बनते हैं जहां दुकानों के बाहर सचिन धोनी तो थे पर अधिकतर पाकिस्तानी प्लेयर नजर आते हैं बच्चे भी पाकिस्तान की हरी ड्रेस में खेलते दिखे | आगे ही अनंत नाग है.
- अनंत नाग में उन्होंने अपने नागों को त्याग दिया, पहलगाम में नंदी बैल को (जिससे उसका नाम बैलगाम व तदनंतर पहलगाम पड़ा), चन्दनबाड़ी में अपने माथे का चन्दन धोया, शेषनाग स्थल में गले में पड़े शेषनाग का त्याग किया, महागुनुष टॉप पर गणेश जी को बिठाया और पञ्चतरणी में पञ्च विकारों को त्याग दिया.
- और मानव जीवन का उद्देश्य केवल स्वयं के माध्यम से ' कुण्डलिनी जगा ' उस निराकार शक्ति तक पहुंचना जो ' अनंत नाग पर लेटा ' है, जिसे शेषनाग भी कह निराकार ' नादबिन्दू ' द्वारा अनंत साकार ब्रह्माण्ड के निर्माण के पश्चात पृथ्वी अथवा शिव का शेष किन्तु अपने केंद्र में अनंत शक्ति धारण करना दर्शाया सर्प को ' शेषनाग ' भी दर्शा...
- इस प्रकार से उनका फ़िल्मी कैरियर प्रारंभ हो गया जिसके दौरान 12 वर्षों में ही (1978 से 1990) उन्होंने लगभग 90 कन्नड़ फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई, इसके अतिरिक्त (अपने भाई अनंत नाग के साथ) “मिन्चिना ओटा” (चोरी की कन्नड़ फिल्म का एक दुर्लभ उदाहरण), “जन्म जन्मदा अनुबंध” एवं “गीता” (इन दोनों ही का संगीत दक्षिण भारतीय संगीतज्ञ इलयाराजा द्वारा दिया गया) जैसी फिल्मों का का सह-निर्माण एवं निर्देशन किया.
- इस प्रकार से उनका फ़िल्मी कैरियर प्रारंभ हो गया जिसके दौरान 12 वर्षों में ही (1978 से 1990) उन्होंने लगभग 90 कन्नड़ फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई, इसके अतिरिक्त (अपने भाई अनंत नाग के साथ) “मिन्चिना ओटा” (चोरी की कन्नड़ फिल्म का एक दुर्लभ उदाहरण), “जन्म जन्मदा अनुबंध” एवं “गीता” (इन दोनों ही का संगीत दक्षिण भारतीय संगीतज्ञ इलयाराजा द्वारा दिया गया) जैसी फिल्मों का का सह-निर्माण एवं निर्देशन किया.
- माया, उसके हम उम्र चचेरे भाई और अन्य बालकों के जीवन और क्रियाकलापॊं के द्वारा फिल्म बचपन की उस उम्र को बहुत अच्छे और परिपक्व ढ़ंग से दिखाती है परंतु फिल्म लड़खड़ा जाती है जब यह उस हिस्से में पहुँचती है जहाँ माया को उसके पालने पोसने वाले दम्पत्ति (अनंत नाग और मीता वसिष्ठ) उसके असली माता पिता के घर ले जाते हैं और वे चारों मंदिर के पुजारी से मिलकर विशेष पूजा करने की तैयारी में लग जाते हैं।