स्त्रीजाति sentence in Hindi
pronunciation: [ setrijaati ]
"स्त्रीजाति" meaning in English
Examples
- महाकाव्य महाभारत के शांतिपर्व के अंतर्गत मोक्षधर्म पर् व के अध्ययन से यही लगता है कि स्त्रीजाति के प्रति अन्याय सदा से होता रहा है ।
- ] जहां स्त्रीजाति का आदर-सम्मान होता है, उनकी आवश्यकताओं-अपेक्षाओं की पूर्ति होती है, उस स्थान, समाज, तथा परिवार पर देवतागण प्रसन्न रहते हैं ।
- क्या-क्या गिनाएं? गुवाहाटी की घटना और उस सरीखी अन्य घटनाएं, जिसमें स्त्रीजाति के साथ दुराचार-अत्याचार किया गया हो, इसी संस्कारहीनता के परिणामों में से हैं ।
- वृश्चिक-स्थिरसंज्ञक, शुभ्रवर्ण, स्त्रीजाति, जलतत्व, उत्तर दिशा की स्वामिनी, रात्रिबली, कफ प्रकृति, बहुसन्तति, ब्राह्मण वर्ण और अर्द्ध जल राशि है।
- केवल लड़को को शिक्षा देने वाले कॉलेज में कक्षा में बैठें हो या घर पर, राह पर चल रहे हों या बिस्तर पर लेटकर सोने की तैयारी कर रहे हों, उनके दिलोदिमाग पर स्त्रीजाति ही छायी रहती।
- केवल लड़को को शिक्षा देने वाले कॉलेज में कक्षा में बैठें हो या घर पर, राह पर चल रहे हों या बिस्तर पर लेटकर सोने की तैयारी कर रहे हों, उनके दिलोदिमाग पर स्त्रीजाति ही छायी रहती।
- ऐसा कहा गया है कि खजुराहो मंदिर स्त्रीजाति और उसके अनगिनत भावों तथा पहलुओं के एक उत्सव के समान हैं, जिन्हें पत्र लिखती, आंखों का श्रृंगार करती, बालों को संवारती, नृत्य करती और अपने बच्चे के साथ खेलती हुई महिलाओं की नक्काशियों और कलाकृतियों में देखा जा सकता है.
- ऐसा कहा गया है कि खजुराहो मंदिर स्त्रीजाति और उसके अनगिनत भावों तथा पहलुओं के एक उत्सव के समान हैं, जिन्हें पत्र लिखती, आंखों का श्रृंगार करती, बालों को संवारती, नृत्य करती और अपने बच्चे के साथ खेलती हुई महिलाओं की नक्काशियों और कलाकृतियों में देखा जा सकता है.
- -यह राशि-द्विस्वभाव, स्त्रीजाति, कफ प्रकृति,, जल तत्व, रत्रिबली, विप्रवर्ण, उत्तर दिशा की स्वामिनी होती है | इसका रंग पिंग [पीला] है | इसका प्राकृतिक स्वभाव उत्तम, दयालु और दयाशील है | यह सम्पूर्ण जल राशि है | इससे पैरों का विचार किया जाता है |
- निर्वाणस्वरूप प्रभो! जिसके द्वारा तत्वज्ञान होता है और जो लक्ष्य को बेधनेवाले बाण के समान भगवान की प्राप्ति करानेवाला है, वह आपका कहा हुआ योग कैसा है और उसके कितने अंग हैं? हरे! यह सब आप मुझे इस प्रकार समझाइए जिससे कि आपकी कृपा से मैं मंदमति स्त्रीजाति भी इस दुर्बोध विषय को सुगमता से समझ सकूँ ।