सामाजिक तथ्य sentence in Hindi
pronunciation: [ saamaajik tethey ]
Examples
- शारीरिक संगठन के सादृश्य पर सामाजिक तथ्य, संस्था, समूह, मूल्य आदि की क्रिया से उत्पन्न संस्कृति का अन्वेषण किया जाता है।
- सामाजिक तथ्य बताते हैं कि आज कंप्यूटर और इंटरनेट की आभासी दुनिया बच्चों में परिवार, स्कूल व क्रीडा समूह जैसी प्राथमिक संस्थाओं की उपादेयता पर प्रश्नचिह्न लगा रही है।
- यही कारण है कि पश्चिमी विचारक बर्गसांने धर्म को सामाजिक तथ्य की संज्ञा दी है और मार्क्सतथा फ्रायडकी इस धारणा की भर्त्सना की है कि धर्म भ्रम के सिवा कुछ नहीं है।
- ' ' यानि किसी आत्मकथा में वर्णित घटनाएं भले ही किसी व्यक्ति विशेष की हों, लेकिन जिस परिस्थिति में वह है और जिस जातिगत भेदभाव का वह शिकार हो रहा है, वह एक सामाजिक तथ्य है।
- वैसे समझना यह भी होगा कि यह कि ईमेल से शुरू होकर फेसबुक तक पहुंची कामयाबी, क्या मनुष्य की संवादप्रियता के सामाजिक तथ्य पर मुहर लगाता है या फिर यह भीड़ और शोरोगुल से जानबूझकर दूर रहकर दुनिया को अपने तरीके से अकेले देखने-सुनने की स्वच्छंदता का आलम है।
- ‘उर्दू ' की औपचारिक कोटि में आ पायीं[3], यदि मुग़ल-ए-आज़म के निर्माता-निर्देशक ने सेंसर बोर्ड से हिन्दी नाम का सर्टिफ़िकेट हासिल करना उचित समझा, तो यह आज़ादी/बँटवारे के बाद के माहौल के एक त्रासद सामाजिक तथ्य के रूप में देखा जाना चाहिए, जिसमें भाषा-विशेष को उसका अपना नाम देना न तो मुमकिन समझा गया, न मुफ़ीद।
- इस जिज्ञासा की अनासक्त निर्ममता के, और यातना की सर्वभेदी दृष्टि के आगे मेरा जीवन धीरे-धीरे खुलने लगा, एक निजी और अप्रासंगिक विसंगति के रूप में नहीं, एक घटना के रूप में, एक सामाजिक तथ्य के रूप में, और धीरे-धीरे कार्य-कारण परम्परा के सूत्र सुलझ-सुलझकर हाथ में आने लगे...
- यदि मैं ये कहूँ कि महिलाओं की याददाश्त अधिक तेज होना या पुरूषों का नक्शे पढने मे अधिक कुशल होना मनोवैज्ञानिक सत्य है तो क्या ये उल्लेख करना जरुरी ही है कि किसने कहा कब कहा? क्योंकि कुछ मनोवैज्ञानिक और सामाजिक तथ्य होते ही इतने सामान्य और सर्वविदित है कि उनके लिए संदर्भ या स्त्रोत बताना जरूरी नहीं होता.
- यदि मैं ये कहूँ कि महिलाओं की याददाश्त अधिक तेज होना या पुरूषों का नक्शे पढने मे अधिक कुशल होना मनोवैज्ञानिक सत्य है तो क्या ये उल्लेख करना जरुरी ही है कि किसने कहा कब कहा? क्योंकि कुछ मनोवैज्ञानिक और सामाजिक तथ्य होते ही इतने सामान्य और सर्वविदित है कि उनके लिए संदर्भ या स्त्रोत बताना जरूरी नहीं होता.बिना किसी ज्ञाता का नाम लिये मैं कहता हूँ कि आयुर्विज्ञान के अनुसार महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता पुरूषों से ज्यादा होती है तो क्या ये तथ्य ही सही नहीं है.