समरांगण सूत्रधार sentence in Hindi
pronunciation: [ semraanegan suterdhaar ]
Examples
- समरांगण सूत्रधार ' जैसा प्रसिद्ध वृहद् वास्तु ग्रंथ गो रूप में पृथ्वी-ब्रrादि के समागम-संवाद से ही आरंभ होता है।
- ‘ समरांगण सूत्रधार ' और ‘ अपराजितपृच्छा ' में द्वार निवेश के बारे में विस्तार से बताया गया है।
- राजवल्लभ के अलावा मयशिल्पम्, शिल्प रत्नाकार, समरांगण सूत्रधार आदि कई दुर्लभ ग्रंथ हैं, जो पुरातन वास्तुशास्त्र पर अच्छे से प्रकाश डालते हैं।
- राजवल्लभ के अलावा मयशिल्पम्, शिल्प रत्नाकार, समरांगण सूत्रधार आदि कई दुर्लभ ग्रंथ हैं, जो पुरातन वास्तुशास्त्र पर अच्छे से प्रकाश डालते हैं।
- विमान-निर्माण के प्राचीन ग्रंथों में भारद्वाज कृत ‘ विमान शास्त्र ', ‘ अगस्त संहिता ', समरांगण सूत्रधार आदि ग्रंथ चर्चित हैं।
- राव साहब के. वी. वझे ने ११ ५ ० ई. में सम्पादित ग्रंथ ` समरांगण सूत्रधार `` का विश्लेशण करने पर पाया कि इसमें एक विकसित यंत्रज्ञान दिया है।
- वायु पुराण के मतानुसार वास्तु ग्रंथ समरांगण सूत्रधार के महासर्गादि अध्याय में वृक्षों के साथ रहने वाले मानव समुदाय के विज्ञान सम्मत विकास का वर्णन है, जिन्होंने कभी देव रूप में तो कभी ऋषि रूप में अनुभव लिया।
- साथ ही अपराजितपृच् छा, भुवन प्रदीप, मानसार, मानसोल्लास, मयमत, रूपमण्डन, समरांगण सूत्रधार, शिल्पशास्त्र, वास्तुपुरुष विधान, वास्तु शास्त्र, विश्वकर्मा विद्या प्रकाश आदि चौबीस प्रमुख शुद्ध वास्तुशास्त्रीय ग्रंथों का प्रणयन हुआ।
- राव साहब के. वी. वझे द्वारा १ ९ २ ६ में भोज द्वारा ११ ५ ० ईसवी में सम्पादित ग्रंथ ‘ समरांगण सूत्रधार ‘ का विश्लेषण करते हुए यंत्रशास्त्र के बारे में दी गई जानकारी एक विकसित यंत्रज्ञान की कल्पना देती है।
- जल, वायु और अग्नि के संयोग से उत्पन्न वाष्प (भाप) के निरोध (रोकने) से अनेक क्रियाओं का सम्पादन करना ' कला ' है-[3] भोजदेव (वि 0 सं 0 1066-98) कृत ' समरांगण सूत्रधार ' के 31 वें अध्याय का नाम ही ' यन्त्रविधान ' है।