सत्तारुढ दल sentence in Hindi
pronunciation: [ settaarudh del ]
"सत्तारुढ दल" meaning in English
Examples
- वे सत्तारुढ दल की गोटी लाल करते रहते हैं और उसका पारिश्रमिक पाते रहते हैं जबकि नियंत्रक-महालेखा परीक्षक तथा निर्वाचन आयोग का कार्यकाल पूर्ववत पाच वर्ष बना रहा ।
- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में जिस प्रकार सत्तारुढ दल के नेताओं के इशारे पर प्रशासन का नग्न नाच हुआ, उसकी कोई दूसरी मिसाल कभी पंचायती चुनाव में देखने को नही मिली।
- उल्लेखनीय है कि पुलिस ने वहीं वहीं कार्यवायी की जहाॅ सत्तारुढ दल के किसी नेता को चुनाव में क्षति पहुॅच रही थी और उनके विरोधी चुनाव में सफलता प्राप्त करने के कगार पर थे।
- लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि जदयू नेताओं से पूछताछ और उनके करीबी लोगों की गिरफ्तारी से साबित हो गया है कि रणवीरसेना प्रमुख ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में सत्तारुढ दल का हाथ है।
- प्रथम चरण के मतदान में पंचायती चुनाव के विभिन्न पदों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों का यह कहना है कि प्रशासन ने सत्तारुढ दल के विधायक व उनके छुटभैय्ये नेताओं के इशारे पर चुनाव में व्यापक पैमाने पर धांधली करवायी।
- एक प्रश्न के उत्तर में स्वीकार किया कि सत्तारुढ दल को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ता है लेकिन अच्छे शासन की मदद से इसके असर को कम किया जा सकता है और यही हिमाचल प्रदेश में होने वाला है.
- लोकतंत्र के इस थर्मामीटर, “ ईवीएम ” की कार्य कुशलता पर इस बार जो सवाल खड़े किए गये हैं वो बहुत महत्वपूर्ण इस कारण हो जाते हैं क्योकिं सत्तारुढ दल ने भी माना है कि ईवीएम में गड़बड़ झाला है।
- 02 नवंबर. वार्ता. कांग्रेस ने बिहार मेंं सत्तारुढ दल के एक विधायक और उसके समर्थकों द्वारा पत्रकारों की पिटाई किये जाने की घटना की कडी निंदा करते हुये कहा कि राज्य सरकार तैयार हो तो सीबीआई से इस मामले की जांच करायी जा सकती है
- प्रथम चरण के मतदान से मात्र एक दिन पूर्व सत्तारुढ दल के दो विधायकेा क्रमशः संग्राम सिंह वर्मा व फरीद महफूज किदवाई के प्रतिनिधियों के बीच इस बात को लेकर तनाव व्याप्त हो गया जब एक दूसरे पर दोनो ने चुनावी हथकण्डा इस्तेमाल करके चुनाव में गड़बड़ी पैदा करनेे की शिकायत पुलिस मे दर्ज करायी।
- देश के सामने बडा सवाल है कि एक नेता के पक्ष में चल रही लहर को कम करने के लिए यदि सत्तारुढ दल के लोग लोकतंत्र के सर्वोच्च पद की गरिमा तक को दांव पर लगाने लगे हो, तब देश को बचाया कैसे जाए? मनमोहन सिंह अब क्या करेंगे इस पर दिमाग खपाने का कोई अर्थ नहीं है।