शान्तरक्षित sentence in Hindi
pronunciation: [ shaanetreksit ]
Examples
- शान्तरक्षित के तत्त्वसंग्रह की ' पंजिका ' टीका में कमलशील ने ' शुभगुप्त ' इस नाम का अनेकधा व्यवहार किया है।
- आचार्य शान्तरक्षित ने अपनी रचनाओं में बाह्यार्थों की सत्ता मानने वाले भावविवेक का खण्डन किया और व्यवहार में विज्ञप्तिमात्रता की स्थापना की है।
- वहाँ रहते हुए उन्होंने मन्त्रचर्या के बल से कर्म-डाकिनियों को अपने वश में कर लिया और लोगों ने उन्हें ' शान्तरक्षित ' नाम दिया।
- दूसरी ओर आचार्य शान्तरक्षित जिस शुभगुप्त की कारिका उद्धृत करके उसका खण्डन करते हैं, उनका भोटदेश में 790 ईस्वीय वर्ष में निधन हुआ था।
- आचार्य भावविवेक, ज्ञानगर्भ, शान्तरक्षित, कमलशील आदि स्वातन्त्रिक माध्यमिकों का इस देशना की नेयार्थता और नीतार्थता के बारे में प्रासङ्गिक माध्यमिकों से मतभेद हैं।
- आचार्य शान्तरक्षित वङ्गभूमि (आधुनिक बंगलादेश) के ढाका मण्डल के अन्तर्गत विक्रमपुरा अनुमण्डल के ' जहोर ' नामक स्थान में क्षत्रिय कुल में उत्पन्न हुए थे।
- ज्ञात है कि आचार्य शान्तरक्षित ने ल्हासा में ' समयस् ' नामक विहार बनाना प्रारम्भ किया, किन्तु दुष्ट शक्तियों ने उसमें पुन:-पुन: विघ्न उपस्थित किया।
- ' ' ' समय '' ' * इनके काल के बारे में भी विद्वानों मे विवाद है, फिर भी इतना निश्चित है कि आचार्य शान्तरक्षित और आचार्य धर्मोत्तर से ये पूर्ववर्ती थे।
- ' ' ' व्यवहारत: बाह्यार्थ सत्ता पर विचार '' ' br / > आचार्य शान्तरक्षित ने अपने मध्यमकालङ्कार भाष्य में कार्य और कारण की सांवृतिक सत्ता के स्वरूप पर विचार किया है।
- आचार्य भावविवेक, ज्ञानगर्भ, शान्तरक्षित आदि स्वातन्त्रिक माध्यमिकों के अनुसार प्रज्ञापारमितासूत्रों में आर्यशतसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता आदि कुछ सूत्र नीतार्थ हैं, क्योंकि इनमें सभी धर्मों की परमार्थत: नि: स्वभावता निर्दिष्ट है।