विधेयक का नाम sentence in Hindi
pronunciation: [ vidheyek kaa naam ]
"विधेयक का नाम" meaning in English
Examples
- मंत्रालय ने इस प्रस्तावित विधेयक का नाम ‘ भूमि अधिग्रहण विधेयक 2011 में उचित मुआवजा, पुनर्वास, पुनस्र्थापन और पारदर्शिता का अधिकार ' रखा है।
- रमेश ने कहा कि विधेयक का नाम ' भूमि अधिग्रहण, पुनरुद्धार एवं पुनर्वास में पारदर्शिता तथा उचित मुआवजे का अधिकार विधेयक, 2012 ' रखा गया है।
- विधेयक का नाम है-हेनरी जे हाईडः संयुक्त राज्य-भारत शांतिमय परमाणु उर्जा सहयोग-2006. इसमें पहले तो भारत और अमेरिका के लोकतांत्रिक हितों की समानता की [...]
- धीरे-धीरे 43 साल से संसद के गर्भ में सोये लोकपाल विधेयक को जनलोकपाल विधेयक का नाम देकर जनता सरकार के भ्रष्ट कारगुजारियों के लिए सरकार से जनलोकपाल बिल की मांग लेकर सड़कों पर उतर आई।
- धीरे-धीरे 43 साल से संसद के गर्भ में सोये लोकपाल विधेयक को जनलोकपाल विधेयक का नाम देकर जनता सरकार के भ्रष्ट कारगुजारियों के लिए सरकार से जनलोकपाल बिल की मांग लेकर सड़कों पर उतर आई।
- उन्होंने कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सरकारी विधेयक में व्यापक बदलाव के सुझाव दिए हैं और एक वैकल्पिक विधेयक का मसौदा पेश किया है जिसे जन-लोकपाल विधेयक का नाम दिया गया है.
- इस मानसून सत्र में एक ऐसा विधेयक लाने जा रही है जो सामाजिक वैमनस्य के साथ समाज में विभेद तो पैदा करेगी ही साथ ही दिलो को भी बाट देगी जिससे कि समुदायों के बीच दूरियां बढ़ना लगभग तय हैं! इस विधेयक का नाम है “
- इस विधेयक का नाम था ' हैच-वैक्समैन एक्ट' (Hatch-Waxman Act) अथवा ड्रग प्राइस कम्पटीशन एंड पेटेंट टर्म रेस्टोरेशन' एक्ट. 1990 के दशक के मध्य में आये आर्थिक उदारीकरण से भारत सहित तीसरी दुनिया के देशों को अमेरिका जैसे कठिन बाजार में अपने दवा उत्पाद बेचने का मौका मिला.
- विधेयक का नाम है-हेनरी जे हाईडः संयुक्त राज्य-भारत शांतिमय परमाणु उर्जा सहयोग-2006. इसमें पहले तो भारत और अमेरिका के लोकतांत्रिक हितों की समानता की बात की गयी है और स्वीकार किया गया है कि दोनों देशों के बीच शांतिमय परमाणु व्यापार से दोनों देशों का ही नहीं और देशों का भी भला होगा.
- इस विधेयक का नाम था ' हैच-वैक्समैन एक्ट ' (Hatch-Waxman Act) अथवा ड्रग प्राइस कम्पटीशन एंड पेटेंट टर्म रेस्टोरेशन ' एक्ट [7]. 1990 के दशक [8] के मध्य में आये आर्थिक उदारीकरण से भारत सहित तीसरी दुनिया के देशों को अमेरिका जैसे कठिन बाजार में अपने दवा उत्पाद बेचने का मौका मिला.