राउत नाच sentence in Hindi
pronunciation: [ raaut naach ]
Examples
- जाहिर है कि राउत नाच अब नागर मंच में महोत्सव का रुप ले चुका है जिसमें सजी-धजी नृत्य मंडलियां प्रतियोगिता में शामिल होती है।
- जाहिर है कि राउत नाच अब नागर मंच में महोत्सव का रुप ले चुका है जिसमें सजी-धजी नृत्य मंडलियां प्रतियोगिता में शामिल होती है।
- छत्तीसगढ़ में राउत नाच के गुडदुम और दोहों के स्वर दशहरा के बाद से ही सुनाई देनें लगते हैं जो यादवों का प्रमुख लोक नृत्य है।
- कस्बों और गांवों में अभी भी राउत नाच होता अवश्य है किन्तु इसमें केवल वे गोपालक शामिल होते हैं जो अभी भी गौ पालन और गौचारण के कार्य से जुड़े हुए हैं।
- कस्बों और गांवों में अभी भी राउत नाच होता अवश्य है किन्तु इसमें केवल वे गोपालक शामिल होते हैं जो अभी भी गौ पालन और गौचारण के कार्य से जुड़े हुए हैं।
- भारतीय भाषाओं का सर्वेक्षण • सेंट्रल प्रोविंस एंड बरार • छत्तीसगढ़ी खेल गीत • धरती वंदना • नवरात्रि गीत • प्रणय गीत • बस्तर • बिहाव गीत • भक्ति गीत • राउत नाच •
- आसपास शहर और पास मुंगेली, दुर्ग, रायपुर, शक्ति, पामगढ़, बिल्झ, सेंदरी, रतनपूर, तिफरा, घुरू, अमेरी, मंगलम, रेलवे कालोनी, दर्री, घोत, लखटकोनी लगभग एक सौ एक राउत नाच दल आये थे।
- छत्तीसगढ के बहुचर्चित राउत नाच में एक दोहा प्राय: संपूर्ण छत्तीसगढ में बार बार गाया (पारा) जाता है जो छत्तीसगढ में नारियों की स्थिति को स्पष्ट करती है और इस दोहे को नारी सम्मान व समानता के सबसे पुराने लोक साक्ष्य के रूप में स्वीकारा जा सकता है ।
- ददरिया में पारंपरिक पंक्तियों को लेकर सवाल-जवाब किस्म की आशु तुकबंदियां गाते-गाते ही, राउत नाच के दोहों, बस्तर में नाट, जगार आदि के चाखना और सरगुजा के बायर पदों की तरह, गढ़ ली जाती हैं, यानि गायक-गीतकार का फर्क लगभग नहीं होता, इसलिए गाने के साथ जोड़-घटाव, परिवर्तन आसानी से संभव होता है और परम्परा में यह हर गाने वाले के साथ अपना हो जाता है।
- ददरिया में पारंपरिक पंक्तियों को लेकर सवाल-जवाब किस्म की आशु तुकबंदियां गाते-गाते ही, राउत नाच के दोहों, बस् तर में नाट, जगार आदि के चाखना और सरगुजा के बायर पदों की तरह, गढ़ ली जाती हैं, यानि गायक-गीतकार का फर्क लगभग नहीं होता, इसलिए गाने के साथ जोड़-घटाव, परिवर्तन आसानी से संभव होता है और परम्परा में यह हर गाने वाले के साथ अपना हो जाता है।